भाकृअनुप-अटारी, जोन VI ने सतत कृषि पर ध्यान केन्द्रित करते हुए विश्व पर्यावरण दिवस का किया आयोजन

भाकृअनुप-अटारी, जोन VI ने सतत कृषि पर ध्यान केन्द्रित करते हुए विश्व पर्यावरण दिवस का किया आयोजन

5 जून, 2025, गुवाहाटी

भाकृअनुप-कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान, जोन VI, गुवाहाटी ने पर्यावरण संरक्षण एवं सतत कृषि पद्धतियों पर ज़ोर देते हुए विश्व पर्यावरण दिवस मनाया।

समारोह की शुरुआत भाकृअनुप-अटारी परिसर में पौधरोपण अभियान के साथ हुई, जिसका नेतृत्व निदेशक, डॉ. जी. कादिरवेल ने स्टाफ सदस्यों के साथ किया। सभा को संबोधित करते हुए, डॉ. कादिरवेल ने पर्यावरण संरक्षण को सतत कृषि के साथ एकीकृत करने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला, उन्होंने कहा, "खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने और भावी पीढ़ियों के लिए जलवायु अनुकूल बनाने के लिए पर्यावरण के अनुकूल खेती आवश्यक है, वैकल्पिक नहीं।"

यह कार्यक्रम चल रहे विकसित कृषि संकल्प अभियान के साथ जुड़ा हुआ था, जो वैज्ञानिक नवाचार, कुशल संसाधन उपयोग और किसान सशक्तिकरण के माध्यम से भारतीय कृषि को बदलने के उद्देश्य से एक राष्ट्रव्यापी अभियान है।

भाकृअनुप-अटारी, जोन VI के अंतर्गत कृषि विज्ञान केन्द्रों (केवीके) ने असम, अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम में वृक्षारोपण अभियान, जागरूकता कार्यक्रम और किसान संपर्क गतिविधियों का आयोजन करके इस दिन को मनाया।

इस अवसर पर किसानों, वैज्ञानिकों, छात्रों और गणमान्य व्यक्तियों ने सक्रिय भागीदारी की, जिनमें राहा के विधान सभा सदस्य, श्री शशि कांत दास; कछार के जिला कृषि अधिकारी, डॉ. ए.आर. अहमद; अरुणाचल प्रदेश के पर्यावरण और वन मंत्री, श्री वांकी लोबांग; सिक्किम के बागवानी उप निदेशक, डॉ. हेमंत घिमरे; और सिक्किम की कृषि उप निदेशक सुश्री विष्णु राय शामिल थे।

इंटरैक्टिव सत्र, विशेषज्ञ व्याख्यान और लाइव प्रदर्शनों ने प्रतिभागियों को जलवायु-स्मार्ट कृषि, एकीकृत पोषक तत्व प्रबंधन, कृषि वानिकी, जैविक खेती और जैव-उर्वरकों के उपयोग के बारे में शिक्षित किया। कार्यक्रमों ने खाद्य उत्पादन को पारिस्थितिक स्थिरता के साथ संतुलित करने की आवश्यकता को रेखांकित किया, जैव विविधता के अनुकूल और कम प्रभाव वाली कृषि पद्धतियों को अपनाने को भी प्रोत्साहित किया।

(स्रोत: भाकृअनुप-कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान, जोन-VI, गुवाहाटी)

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