11 सितंबर, 2025, कोझीकोड
मसाला मूल्य श्रृंखलाओं में सुधार पर अखिल भारतीय कार्य अनुसंधान परियोजना के एक भाग के रूप में, भाकृअनुप-भारतीय मसाला अनुसंधान संस्थान, कोझीकोड ने 9 से 11 सितंबर, 2025 तक अदरक एवं हल्दी की सतत खेती पर तीन दिवसीय क्षमता निर्माण कार्यक्रम का आयोजन किया।
प्रशिक्षण का उद्घाटन, डॉ. आर. दिनेश, निदेशक, भाकृअनुप-आईआईएसआर, ने किया, उसके बाद विशेषज्ञों द्वारा तकनीकी सत्रों का आयोजन किया गया। इन सत्रों में अदरक और हल्दी की खेती में उन्नत वैज्ञानिक तथा कृषि संबंधी पद्धतियों पर प्रकाश डाला गया। प्रतिभागियों ने भाकृअनुप-आईआईएसआर की प्रसंस्करण सुविधा का भी दौरा किया, जहाँ उन्हें आधुनिक मसाला प्रसंस्करण तकनीकों का प्रदर्शन किया गया।

दूसरे दिन, प्रतिभागियों ने पेरुवन्नामुझी स्थित आईआईएसआर प्रायोगिक फार्म का क्षेत्रीय दौरा किया, जहां उन्होंने प्रमुख मसालों की खेती की पद्धतियों और संबंधित प्रसंस्करण विधियों का अवलोकन किया। टीम ने कृषि विज्ञान केन्द्र का भी दौरा किया, जहाँ उन्हें अंतर-फसल प्रणालियों तथा क्षेत्र-विशिष्ट खेती के तरीकों के बारे में बताया गया।
तीसरे दिन आगामी परियोजना गतिविधियों और अग्रिम पंक्ति प्रदर्शनों (एफएलडी) पर एक संवादात्मक सत्र आयोजित किया गया, जहां प्रतिभागियों ने अपने-अपने स्थानों की प्रगति साझा की। इसके बाद अदरक एवं हल्दी में कटाई-पश्चात संचालन तथा मूल्य संवर्धन पर सत्र आयोजित किए गए, जिनमें गुणवत्ता संवर्धन और बाज़ार-संचालित रणनीतियों पर ज़ोर दिया गया।
कार्यक्रम का समापन एक समापन सत्र के साथ हुआ, जिसमें प्रशिक्षण के सफल समापन एवं ज्ञान प्रसार तथा क्षमता निर्माण के माध्यम से मसाला मूल्य श्रृंखलाओं को मज़बूत करने हेतु भाकृअनुप-आईआईएसआर की प्रतिबद्धता को दर्शाया गया।
(स्रोत: भाकृअनुप-भारतीय मसाला अनुसंधान संस्थान, कोझीकोड)
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