18 नवम्बर, 2016, कटक
डॉ. त्रिलोचन महापात्र, सचिव, डेयर एवं महानिदेशक, भाकृअनुप द्वारा भाकृअनुप – राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान, कटक में 18 नवंबर, 2016 को 5वें कृषि शिक्षा दिवस का उद्घाटन किया गया। इस अवसर पर अपने संबोधन में सभा के अध्यक्ष डॉ. महापात्र ने छात्रों को सुझाव दिया कि वे राष्ट्र की बदलती प्राथमिकताओं के मद्देनजर संभावित कैरियर के रूप में कृषि तथा संबंधित विषयों का चुनाव कर सकते हैं। उन्होंने उद्य़मशीलता के माध्यम से विकासशील ग्रामीण अर्थव्यवस्था में विद्यार्थियों के लिए कृषि शिक्षा हेतु कौशल आधारित व्यावसायिक शिक्षा पर जोर दिया।


इस अवसर पर डॉ. महापात्र द्वारा ‘खेत उत्पदान बढ़ाने हेतु टिकाऊ कृषि प्रौद्योगिकी’ शीर्षक के तहत प्रोजेक्ट के रूप में विद्यार्थियों द्वारा तैयार कृषि विज्ञान प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया गया।
सम्मानित अतिथि, पद्मभूषण प्रो. वी.एल. चोपड़ा, कुलाधिपति, केरल केन्द्रीय विश्वविद्यालय और पूर्व सचिव, डेयर एवं महानिदेशक, भाकृअनुप ने अपने संबोधन में समाज पर शिक्षा के प्रभाव तथा मजबूत राष्ट्र के निर्माण में कृषि शिक्षा की आवश्यकता पर प्रकाश डाला।
डॉ. हिमांशु पाठक, निदेशक, भाकृअनुप – एनआरआरआई ने अपने स्वागत भाषण में विद्यार्थियों को कृषि विज्ञान की संभावनाओं के बारे में बताया।
इस अवसर पर गणमान्यों द्वारा ‘एग्रीकल्चरः इनोवेशन्स फॉर न्यूट्रिशनल सिक्योरिटी एंड सस्टैनेबिलिटी’ नामक बुलेटिन जारी की गई।
(स्रोतः राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान, कटक)







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