पूर्वोत्तर पर्वतीय क्षेत्र योजना के अंतर्गत असम के विभिन्न स्थानों पर 'निनफेट-साथी रेटिंग एक्सेलरेटर' पर एफएलडी-सह-इनपुट वितरण कार्यक्रम का आयोजन

पूर्वोत्तर पर्वतीय क्षेत्र योजना के अंतर्गत असम के विभिन्न स्थानों पर 'निनफेट-साथी रेटिंग एक्सेलरेटर' पर एफएलडी-सह-इनपुट वितरण कार्यक्रम का आयोजन

12 सितंबर, 2025, कोलकाता

भाकृअनुप-राष्ट्रीय प्राकृतिक रेशा अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संस्थान, कोलकाता ने भारतीय जूट निगम, गुवाहाटी क्षेत्र के सहयोग से, पूर्वोत्तर पर्वतीय क्षेत्र योजना के अंतर्गत 10 से 12 सितंबर, 2025 तक असम के चार जिलों (बारपेटा, नलबाड़ी, दरंग तथा कामरूप) में "निनफेट-साथी रेटिंग एक्सेलरेटर" पर पाँच एफएलडी-सह-इनपुट वितरण कार्यक्रम आयोजित किया।

इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य दूरदराज के गाँवों में जूट उत्पादक किसानों के बीच बेहतर रेटिंग प्रक्रिया के बारे में जागरूकता पैदा करना था, जिससे वे उच्च गुणवत्ता वाले रेशे का उत्पादन कर सके तथा अपनी उपज का उचित मूल्य प्राप्त कर सके।

FLD-cum-Input distribution program on ‘NINFET- Sathi Retting Accelerator’ at various locations in Assam under the NEH Scheme Organised

भाकृअनुप-एनआईएनएफईटी द्वारा विकसित इस तकनीक के उपयोग के लाभों पर प्रकाश डालने तथा इसके अनुप्रयोग पर व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए एनआईएनएफईटी-साथी का एक लाइव प्रदर्शन आयोजित किया गया। प्रदर्शन के साथ-साथ, किसानों को संस्थान के अधिदेशों, किसान-हितैषी तकनीकों, चल रही योजनाओं एवं उपलब्ध प्रशिक्षण कार्यक्रमों के बारे में भी जानकारी दी गई। इन सत्रों ने प्रत्यक्ष संवाद के लिए एक मूल्यवान मंच प्रदान किया, जिससे किसानों को अपनी शंकाओं का समाधान करने तथा अपनी चिंताओं को साझा करने का अवसर मिला।

प्रत्येक एफएलडी कार्यक्रम में लगभग 100-120 किसानों की सक्रिय भागीदारी देखी गई, जिससे कुल मिलाकर लगभग 550 किसान जुड़े। इसके अतिरिक्त, प्रतिभागियों के बीच 2.5 टन एनआईएनएफईटी-साथी वितरित किया गया। यह कार्यक्रम वैज्ञानिक जूट सड़ांध तकनीकों को बढ़ावा देने, रेशे की गुणवत्ता बढ़ाने तथा असम में जूट किसानों के आर्थिक लाभ में सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था।

(स्रोत: भाकृअनुप-राष्ट्रीय प्राकृतिक रेशा अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संस्थान, कोलकाता)

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