11 मई, 2021, उस्मानाबाद, महाराष्ट्र
कृषि विज्ञान केंद्र, उस्मानाबाद, महाराष्ट्र ने आज 'खरीफ फसलों की योजना के लिए किसान मेला' का आयोजन किया।
डॉ. अशोक धवन, कुलपति, वसंतराव नायक मराठवाड़ा कृषि विश्वविद्यालय, परभणी, महाराष्ट्र ने अपने उद्घाटन संबोधन में, किसानों से बीज उद्देश्य के लिए गर्मी के मौसम में सोयाबीन की खेती करने का आग्रह किया। उन्होंने बीज अंकुरण परीक्षण के महत्व पर भी जोर दिया। डॉ. धवन ने रासायनिक उर्वरकों के इष्टतम उपयोग के साथ उत्पादन को अधिकतम करने के लिए तरल जैव-उर्वरक के उपयोग के बारे में जानकारी दी।

डॉ. लाखन सिंह, निदेशक, भाकृअनुप-कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान, पुणे, महाराष्ट्र ने उस्मानाबाद जिले के किसानों को तिलहन और दलहनी फसलों के गुणवत्तापूर्ण बीज उत्पादन से अवगत कराया। उन्होंने सुनिश्चित आय प्राप्त करने के लिए ग्रामीण युवाओं को खेती के साथ-साथ गैर-कृषि उद्यमों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने क्षेत्र में अरहर की बीडीएन-711 और बीडीएन-716 को बढ़ावा देने पर जोर दिया।
डॉ. डी.बी. देवसरकर, निदेशक (विस्तार शिक्षा), वसंतराव नाइक मराठवाड़ा कृषि विश्वविद्यालय, परभणी, महाराष्ट्र ने किसानों को खरीफ फसलों की फसल उत्पादन तकनीकों जैसे मिट्टी के प्रकार के अनुसार उन्नत किस्मों का उपयोग, बीज उपचार, बीबीएफ तकनीक और सोयाबीन एवं अरहर की अंतर-फसल को अपनाने की सलाह दी।
इस मेले में कुल 101 किसानों ने आभासी तौर पर भाग लिया।
(स्रोत: भाकृअनुप-कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान, पुणे, महाराष्ट्र)
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