22- 26 जनवरी, 2024, हैदराबाद
भाकृअनुप-केन्द्रीय शुष्क भूमि अनुसंधान संस्थान, हैदराबाद ने 22 से 26 जनवरी, 2024 तक टीएसपी के तहत आदिलाबाद जिले के किसानों के लिए "ड्राईलैंड में सतत आजीविका के लिए मूल्य संवर्धन और फसल कटाई के बाद की प्रौद्योगिकियों" पर पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया।
भाकृअनुप-केन्द्रीय शुष्क भूमि कृषि अनुसंधान संस्थान, हैदराबाद के निदेशक, डॉ. वी.के. सिंह ने कार्यक्रम का उद्घाटन किया। डॉ. सिंह ने किसानों की आय बढ़ाने के लिए मूल्य संवर्धन और प्रसंस्करण पर जोर दिया। उन्होंने किसानों से विभिन्न मूल्य संवर्धन तकनीकों और प्रक्रियाओं को सीखने तथा कृषि को लाभदायक उद्यमों में बदलने का आग्रह किया।
डॉ. राजबीर सिंह, सहायक महानिदेशक (एएएफ एवं सीसी), डॉ. के.वी. राव, प्रमुख डीआरएम और श्री एस.के. सिंह, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित रहे।
प्रशिक्षण में व्याख्यान, व्यावहारिक अनुभव और एक्सपोज़र विजिट शामिल था। प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान विभिन्न विषयों को शामिल किया गया है। पशुधन उत्पादन और प्रबंधन पर व्यावहारिक अभ्यास के लिए किसानों ने हयातनगर अनुसंधान फार्म तथा गुनेगल अनुसंधान फार्म का दौरा किया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के एक भाग के रूप में किसानों के लिए भाकृअनुप-राष्ट्रीय मांस अनुसंधान संस्थान, हैदराबाद, पीजेटीएसएयू, हैदराबाद की बाजरा प्रसंस्करण इकाई और भाकृअनुप-भारतीय तिलहन अनुसंधान संस्थान, राजेन्द्रनगर, हैदराबाद सहित विभिन्न एक्सपोजर दौरे आयोजित किए गए साथ ही उन्हें मुर्गी पालन की विभिन्न नस्लों से अवगत कराया गया। किसानों को मांस, बाजरा तथा तिलहन प्रसंस्करण सुविधाओं से अवगत कराया गया।
समापन सत्र 26 जनवरी, 2024 को आयोजित किया गया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में 28 आदिवासी किसानों ने शिरकत की।
(स्रोत: भाकृअनुप-भारतीय बागवानी अनुसंधान संस्थान, बेंगलुरु)
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