31 जनवरी, 2017, नई दिल्ली
डेयर/आईसीएआर के साथ सीजीआईएआर: इंटरनेशनल एग्रीकल्चर रिसर्च सेन्टर्स कंसोर्टियम की दो दिवसीय (30-31, 2017) बैठक का आयोजन एनएएससी कॉम्प्लेक्स, नई दिल्ली में आयोजित किया गया। यह बैठक 27 दिसंबर, 2016 को आयोजित बैठक में क्रम में आयोजित की गई। इस बैठक में भारत में डेयर/आईसीएआर तथा सीजी सेन्टर द्वारा जारी गतिविधियों की समीक्षा के साथ ही संगठनों की वर्ष 2017 के लिए कार्ययोजना तथा वार्षिक योजना पर चर्चा की गई और कार्य बिन्दुओं को चिन्हित किया गया। डॉ. त्रिलोचन महापात्र, सचिव, डेयर एवं महानिदेशक, भाकृअनुप द्वारा बैठक का उद्घाटन किया गया।
महानिदेशक, आईसीआरआईएसएटी के साथ ही आईसीआरआईएसएटी, सीआईएमएमवाईटी, आईआरआरआई, आईसीएआडीए, आईडब्ल्यूएमआई, बायोडाइवर्सिटी इंटरनेशनल, सीआईपी, आईएफपीआरआई, आईएलआरआई तथा आईसीआरएएफ तथा निदेशक, भाकृअनुप व परिषद मुख्यालय एवं संबंधित संस्थानों के वरिष्ठ अधिकारियों व प्रतिनिधियों ने चर्चा में भाग लिया।
चर्चा के दौरान डॉ. महापात्र ने कहा कि भाकृअनुप तथा सीजी सेन्टर देश के किसानों के लिए कार्य कर रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने नई प्रौद्योगिकियों के विकास तथा उन्हें किसानों तक पहुंचाने पर बल दिया। सीजी केन्द्रों द्वारा जारी विभिन्न गतिविधियों जैसे जननद्रव्य व प्रौद्योगिकी आदान-प्रदान, क्षमता निर्माण इत्यादि के संदर्भ में भारत समन्वयक, सहयोगी तथा लाभार्थी रहा है। सीजी सेन्टर द्वारा विभिन्न जलवायु परिस्थितियों में कार्य किये जाते हैं जिससे भारत को सहयोग प्राप्त होगा इसलिए भारतीय कृषि पर केन्द्रित विभिन्न गतिविधियों के लिए सेन्टर से साथ मजबूत संबंध बनाने की आवश्यकता है।
बैठक में प्राथमिक योजनाओं की पहचान/कार्य बिन्दु तथा आईसीएआर- सीजी सेन्टर के सहयोगात्मक संबंधों पर आधारित कार्य/कार्य योजना की उचित रणनीति के लिए दिशानिर्देश निर्धारित किए गए।
31 जनवरी, 2017 को पहली बार भारतीय कृषि से संबंधित जैसे, बारानी/शुष्क भूमि कृषि व जल प्रबंधन, बंजर भूमि विकास, धान की परती का उपयोग, किसानों तक नई प्रौद्योगिकियों को पहुंचाने के लिए रणनीतियों तथा अफ्रिकी देशों के विकास के लिए संयुक्त शिक्षा एवं अनुसंधान प्रयास इत्यादि समान मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की गई। सीजी सेन्टर द्वारा भाकृअनुप के प्रयासों को समर्थन प्रदान करने के साथ ही यह कहा गया कि सेन्टर शीघ्रता से चुनौतीपूर्ण समस्याओं के निपटारे के लिए परिषद के साथ कार्य योजना बनाने के साथ ही जिम्मेदारियों को साझा करने हेतु तैयार है।
(स्रोतः ओएसडी (आईआर), आईसीएआर)
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