24 नवम्बर, 2016, बेंगलूरू, कर्नाटक
भाकृअनुप – राष्ट्रीय पशु पोषण एवं शरीर रचना विज्ञान, बेंगलूरू द्वारा आज 22वां स्थापना दिवस मनाया गया।


श्री अरविन्द कौशल, विशेष फैलो, ऊर्जा एवं संसाधन संस्थान, नई दिल्ली एवं पूर्व अपर सचिव डेयर एवं सचिव भाकृअनुप, नई दिल्ली ने इस अवसर पर अपने संबोधन में वैज्ञानिकों से पशु आहार एवं चारे की कमी की समस्या तथा पशुधन उत्पादन पर जलवायु परिवर्तन के दुष्प्रभावों से निपटने के लिए आग्रह किया। उन्होंने सुझाव दिया कि राष्ट्रीय एवं अतरराष्ट्रीय एजेंसियों से वित्तीय मदद प्राप्त करने के लिए साझी अनुसंधान परियोनाओं के माध्यम से प्रयास करना चाहिए।
सम्मानित अतिथि डॉ. एन.पी. पाटिल, निदेशक, भाकृअनुप राष्ट्रीय ऊंट अनुसंधान केन्द्र, बीकानेर ने अपने संबोधन में पशु विज्ञान के क्षेत्र में पशुधन उत्पादन के बुनियादी और आधारभूत पहलुओं पर सहयोगात्मक अनुसंधान की आवश्यकता को दोहराया। उन्होंने यह आग्रह किया कि उत्पादकता में सुधार के लिए रणनीति विकसित करने हेतु आईसीएआर- एनआईएएनपी के शोध निष्कर्षों को प्रजाति विशिष्ट संस्थानों में उपयोग किए जाने की आवश्यकता है।
डॉ. राघवेन्द्र भट्ठ, निदेशक, आईसीएआर- एनआईएएनपी ने अपने संबोधन में संस्थान की महत्वपूर्ण उपलब्धियों के बारे में जानकारी दी जिनमें संस्थान द्वारा नई पहलों तथा भविष्य के लिए विजन शामिल था।
इस अवसर पर गणमान्यों द्वारा भैंस प्रजनन तथा पशु पोषण प्रौद्योगिकियों पर आधारित दो तकनीकी पुस्तकों (हिन्दी) को जारी किया गया।
बेंगलूरू स्थित भाकृअनुप के निदेशकगणों तथा वरिष्ठ अधिकारियों ने कार्यक्रम में भाग लिया।
(स्रोतः भाकृअनुप – राष्ट्रीय पशु पोषण एवं शरीर रचना विज्ञान, बेंगलूरू)








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