डॉ. एम.एल. जाट, सचिव (डेयर) एवं महानिदेशक (भाकृअनुप), ने 16 अक्टूबर, 2025 को ICAR-नार्म में आयोजित 114वें कृषि अनुसंधान सेवा फाउंडेशन कोर्स (एपओसीएआरएस) के परिवीक्षार्थियों को उनके समापन समारोह में उनके उज्ज्वल करियर के लिए प्रेरित किया।

डॉ. जाट ने अपने संबोधन में परिवीक्षार्थियों से अनुसंधान क्षेत्रों को प्राथमिकता देने और विभिन्न दाताओं से धन आकर्षित करने वाली अनुसंधान परियोजनाओं की संकल्पना करने का आग्रह किया। उन्होंने उन्हें विकसित भारत 2047 की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए अपने शोध को संरेखित करने का सुझाव दिया। उन्होंने युवा प्रतिभाओं से अपनी कमजोरियों की पहचान करने तथा ऐसे क्षेत्रों को मजबूत करने के लिए आवश्यक प्रयास करने का आग्रह किया।
डॉ. जाट ने युवा परिवीक्षार्थियों को हितधारकों की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए अपने पेशेवर करियर में चुनौतियों का सामना करने पर भी जोर दिया। इसके अलावा, उन्होंने भाकृअनुप-नार्म को आकांक्षी जिलों और प्रधानमंत्री धन धान्य कृषि योजना के लिए चिन्हित जिलों में एफओसीएआरएस के लिए क्षेत्रीय अनुभव प्रशिक्षण (एफईटी) आयोजित करने का सुझाव दिया। कार्यक्रम के दौरान, उन्होंने सभी प्रशिक्षुओं को प्रमाण पत्र वितरित किए, सर्वश्रेष्ठ प्रशिक्षुओं को सम्मानित किया तथा अकादमी के प्रकाशनों का विमोचन भी किया।

इस समापन समारोह में अकादमी में 114वें फाउंडेशन कोर्स का समापन हुआ, जिसमें 41 विषयों और 21 राज्यों के 105 परिवीक्षार्थियों ने भाग लिया।
डॉ. गोपाल लाल, निदेशक, भाकृअनुप-नार्म ने 114वें एफओसीएआरएस की शिक्षाशास्त्र और मुख्य विशेषताओं के बारे में बताया।
डॉ. आर. वेंकटकुमार तथा डॉ. उमेश हुदेदामणि, पाठ्यक्रम निदेशक, 114वें एफओसीएआरएस, ने पूरे तीन महीने के कार्यक्रम का आयोजन तीन चरणों में किया।
(स्रोत: भाकृअनुप-राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान प्रबंधन अकादमी, हैदराबाद)







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