24 सितंबर, 2021
भाकृअनुप-कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान, जोन-XI के अंतर्गत जिला कृषि-मौसम विज्ञान इकाइयों (डीएएमयू) के कृषि विज्ञान केंद्रों के लिए आभासी द्वितीय वार्षिक समीक्षा बैठक आज आयोजित की गई।

डॉ. रणधीर सिंह, सहायक महानिदेशक (कृषि विस्तार), भाकृअनुप और डॉ. वेंकटसुब्रमण्यम, निदेशक, भाकृअनुप-अटारी, जोन-XI ने कहा कि मौसम की स्थिति से फसल के नुकसान को कम करने और किसानों की आय में स्थिरता के माध्यम से किसानों के जीवन को बदलने में डीएएमयू के प्रभाव को अच्छी तरह से पहचाना जाता है।
डॉ. के. के. सिंह, प्रमुख, आईएमडी, नई दिल्ली ने कृषि सलाहकार बुलेटिन को एकीकृत करने के लिए कर्नाटक में केएसएनडीएमसी के पास उपलब्ध सूक्ष्म स्तर की जानकारी के उपयोग के बारे में बताया। उन्होंने केवीकेएस को सशक्त बनाने के लिए आवश्यकता आधारित क्षमता विकास कार्यक्रमों के संचालन के बारे में भी बताया।
आईएमडी, भाकृअनुप और राज्य कृषि विश्वविद्यालयों के विशेषज्ञों के साथ-साथ कर्नाटक, केरल और लक्षद्वीप द्वीप समूह के केवीके के प्रमुखों एवं भाकृअनुप-अटारी, बेंगलुरु, कर्नाटक के केवीके को लागू करने वाले डीएएमयू के विषय विशेषज्ञ (एग्रोमेट) ने बैठक में भाग लिया।
(स्रोत: भाकृअनुप-कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान, बेंगलुरु, कर्नाटक)
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