18 अगस्त, 2021, भोपाल
भाकृअनुप-केंद्रीय कृषि अभियांत्रिकी संस्थान, भोपाल, मध्य प्रदेश ने भाकृअनुप-कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान, जोन-IX, जबलपुर, मध्य प्रदेश के सहयोग से केवीके वैज्ञानिकों और मध्य प्रदेश एवं छत्तीसगढ़ के अन्य हितधारकों के लिए आज 'कृषि-मशीनीकरण और कृषि-मूल्यवर्धन में हालिया प्रगति के लिए केवीके वैज्ञानिकों के साथ आभासीय समन्वय बैठक' का आयोजन किया।
अपने उद्घाटन संबोधन में, डॉ. सी. आर. मेहता, निदेशक, भाकृअनुप-सीआईएई, भोपाल ने खेती की लागत कम करने व कृषि में आय बढ़ाने के लिए मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में कस्टम हायरिंग आधार के माध्यम से कृषक समुदाय के बीच संस्थान द्वारा विकसित लागत प्रभावी कृषि मशीनरी को लोकप्रिय बनाने पर जोर दिया। डॉ. मेहता ने केवीके वैज्ञानिकों को कस्टम हायरिंग मोड के माध्यम से प्रौद्योगिकियों को बढ़ावा देने के अलावा उद्यमिता विकास के लिए किसानों को प्रोत्साहित करने और उचित फसल अवशेष प्रबंधन के लिए स्ट्रॉ कम्बाइन हार्वेस्टर, स्ट्रॉ मल्चर और स्ट्रॉ बेलर इम्प्लीमेंट्स को बढ़ावा देने की सलाह दी।
बैठक में भाकृअनुप-संस्थानों, राज्य कृषि विश्वविद्यालयों, मध्य प्रदेश एवं छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ अधिकारियों, गैर-सरकारी संगठनों और एफपीओ सहित केवीके के 130 प्रतिभागियों ने भाग लिया।
बैठक का आयोजन भारत की आजादी के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में 'भारत का अमृत महोत्सव' के एक भाग के रूप में किया गया था।
(स्रोत: भाकृअनुप-केंद्रीय कृषि अभियांत्रिकी संस्थान, भोपाल, मध्य प्रदेश)
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