10 दिसंबर, 2020, कानपुर
डॉ. डी. आर. सिंह, कुलपति, चंद्रशेखर आज़ाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, कानपुर, उत्तर प्रदेश ने आज ‘भाकृअनुप ज़ोन-III, कानपुर, उत्तर प्रदेश में कृषि विज्ञान केंद्र की दो दिवसीय मध्यावधि समीक्षा कार्यशाला’ का उद्घाटन किया।
डॉ. सिंह ने अपने उद्घाटन संबोधन में कोविड-19 महामारी लॉकडाउन (तालाबंदी) के चुनौतीपूर्ण समय के दौरान केवीके के प्रदर्शन की सराहना की। उन्होंने कोविड-19 की व्यापकता के दौरान भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए रीढ़ के रूप में केवीके की भूमिकाओं पर भी जोर दिया। उन्होंने पिछले वर्ष के दौरान गेहूँ उत्पादन के साथ-साथ खरीफ बुवाई में 8% से 9% की वृद्धि और कानपुर क्षेत्र में भी 12% से 16% की वृद्धि पर प्रकाश डाला।
डॉ. सिंह ने कहा कि कोविड-19 अवधि के दौरान विशेष मुद्दों पर ऑनलाइन चर्चा की गई और समाधान भी तैयार किए गए। उन्होंने प्रत्येक जिले से 5 से 6 नवोन्मेषी किसानों की पहचान करने पर जोर दिया। कुलपति ने कृषि में हुए नवाचारों को संकलित करने का आग्रह किया। उन्होंने सरकार की "संकल्प से सिद्धि" योजना के लाभों को भी रेखांकित किया। मुख्य अतिथि ने प्रगतिशील किसानों - मुरादाबाद जिले से श्री रघुपत सिंह और बांदा जिले से श्री विज्ञान शुक्ल - को भी सम्मानित किया।
डॉ. अतर सिंह, निदेशक, भाकृअनुप-अटारी, कानपुर, उत्तर प्रदेश ने इससे पहले अपने स्वागत संबोधन में कोविड-19 महामारी तालाबंदी के दौरान कृषि विज्ञान केंद्रों के सराहनीय कार्यों पर प्रकाश डाला।
कार्यशाला में संस्थान के कर्मचारी-सदस्यों ने भी भाग लिया।
(स्रोत: भाकृअनुप-कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान, कानपुर, उत्तर प्रदेश)
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