अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस समारोह का किया गया आयोजन

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस समारोह का किया गया आयोजन

13 मार्च, 2025, आणंद

भाकृअनुप-औषधीय एवं सगंधीय पादप अनुसंधान निदेशालय, बोरीआवी, आणंद, गुजरात ने आज आणंद नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति के तत्वाधान में "राष्ट्र की उन्नति में राजभाषा हिंदी एवं महिलाओं की अहम भूमिका” विषय पर “अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस समारोह” का आयोजन किया। इस भव्य कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ।  

मुख्य अतिथि, श्रीमती आशा दलाल, पूर्व काउंसलर एवं पूर्व अध्यक्षा, आणंद नगर पालिका ने महिलाओं को और एक कदम आगे बढ़ने की मांग की।

विशिष्ट अतिथि, डॉ. अमृत दास, प्रधान अध्यापिका, कंगारू किड्स ने अपने वक्तव्य में कहा कि समाज में महिलाओं को समान दर्जा मिलने के लिए एवं पुरुष का योगदान परम आवश्यक है। 

विशिष्ट अतिथि,  डॉ. विधि बापना कुमथ, आचार्य एवं विभागाध्यक्षा, द्रव्यगुण स्नातकोत्तर विभाग, जे.एस. आयुर्वेद महाविद्यालय, नडियाद, गुजरात ने अपनी कविता के द्वारा नारी शक्ति की वंदना की। 

विशिष्ट अतिथि, श्रीमती ऋचा जाजोरिया, क्षेत्रीय प्रमुख, यूनियन बैंक ऑफ़ इंडिया ने कहा कि आजकल महिलाओं की तरक्की आसमान छू रही है।

डॉ. मनीष दास, निदेशक, भाकृअनुप-औषधीय एवं सगंधीय पादप अनुसंधान निदेशालय ने गणमान्य अतिथिगणों को पौधे एवं स्मृति चिह्न देकर स्वागत किया। उन्होंने अपने अध्यक्षीय संबोधन में महिला कर्मचारियों द्वारा किए जा रहे कार्यों के प्रति आभार व्यक्त किया।

श्रीमती पारुल एम. पुरोहित, अध्यक्ष, महिला कोष  ने अपने संबोधन में महिलाओं द्वारा किए जा रहे अनूठे कार्य का जिक्र कर अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की शुभकामनाएं दीं।

वैज्ञानिक, सुश्री एस. देवसेना ने मूल रूप से तमिल भाषी होते हुए भी अपना स्वागत संबोधन पहली बार हिंदी में दिया।

डॉ. पी. बालमुरुगन, सदस्य सचिव, आणंद नराकास ने अपने वक्तव्य में कहा कि महिलाओं के संस्कार से देश का आदर किया जाता है।

श्री कपिल कुमार सरोज, वरिष्ठ परिवहन अधिकारी एवं नामित राजभाषा प्रभारी, ओएनजीसी, कैम्बे परिसंपत्ति, खंभात ने समाज में नारी की स्थिति को अपनी कविता के माध्यम से सुनाया। 

तत्पश्चात, “राष्ट्र की उन्नति में राजभाषा हिंदी एवं महिलाओं की अहम भूमिका” पर कविता पाठ प्रतियोगिता तथा “नारी”  विषय पर हिंदी भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिताओं के विजेताओं को मंचासीन गणमान्य अतिथियों द्वारा प्रमाण पत्र एवं पुरस्कार देकर उन्हें सम्मानित किया गया। हिंदी में बेहतरीन कार्य कर रही महिलाओं को “नराकास नारी रत्न पुरस्कार” “महिला भाषा प्रशिक्षक पुरस्कार” तथा “महिला समाज सेवी सम्मान” से सम्मानित किया गया।

श्रीमती सुभद्रा हरि नायर, तकनीकी अधिकारी ने धन्यवाद ज्ञापन दिया।

(स्रोतः भाकृअनुप-औषधीय एवं सगंधीय पादप अनुसंधान निदेशालय, बोरीआवी, आणंद)

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