351 |
मध्य भारत में उगाए जाने वाले नागपुर मंदारिन के लिए अनुकूलित सूक्ष्म पोषक मिश्रण विकसित |
352 |
भाकृअनुप-डीसीएफआर ने भारतीय ऊपरी इलाकों में छोटे पैमाने पर रेनबो ट्राउट खेती के लिए स्थायी आरएएस प्रौद्योगिकी का किया अनावरण |
353 |
भाकृअनुप-सीआईएआरआई ने अमृत काल को पेटेंट, व्यवसायीकरण, नस्ल पंजीकरण तथा प्रौद्योगिकी प्रमाणन वर्ष के रूप में मनाया |
354 |
भाकृअनुप-एनबीएफजीआर ने रेपोर्ट मछली रोग ऐप को लोकप्रिय बनाने के लिए जागरूकता अभियान किया आयोजित |
355 |
श्री कैलाश चौधरी ने उमियाम, मेघालय में भाकृअनुप-अनुसंधान परिसर का किया दौरा |
356 |
भाकृअनुप-वीपीकेएएस, अल्मोड़ा में कृषि उद्योग हितधारक के क्षेत्रीय परामर्श बैठक का उद्घाटन |
357 |
पूर्वी हिमालय क्षेत्र की पारंपरिक कृषि उत्पादन प्रणालियों में प्राकृतिक खेती के लिए राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन |
358 |
महानिदेशक (भाकृअनुप), ने गुजरात में भाकृअनुप-आईआईएसडब्ल्यूसी अनुसंधान केन्द्र का किया दौरा |
359 |
भाकृअनुप-क्रिडा में "मौसम आधारित फसल प्रबंधन के लिए बड़े डेटा विश्लेषण" पर भाकृअनुप प्रायोजित एचआरएम प्रशिक्षण का उद्घाटन |
360 |
भाकृअनुप-सीआईएफई को भारतीय कॉपीराइट कार्यालय द्वारा कॉपीराइट प्रमाणपत्र प्रदान किया गया |
फेसबुक पर लाइक करें
यूट्यूब पर सदस्यता लें
X पर फॉलो करना X
इंस्टाग्राम पर लाइक करें