26 अक्टूबर, 2025, रोहतक
भाकृअनुप–केन्द्रीय मात्स्यिकी शिक्षा संस्थान, रोहतक केन्द्र ने 26 अक्टूबर, 2025 को एक संवादात्मक किसान बैठक का आयोजन किया, जिसका फोकस “झींगा की पैदावार तथा किसानों को उत्कृष्ट सामान्य कार्प बीज का वितरण” था।
डॉ. एम.एल. जाट, सचिव (डेयर) एवं महानिदेशक (भाकृअनुप), इस मौके पर मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद थे। प्रोग्राम के दौरान, डॉ. जाट ने किसानों को जेनेटिकली चयनित, लवणीय सहिष्णु सामान्य कार्प भीज बांटे और प्रतिभागियों से बातचीत की। उन्होंने केन्द्र की लैब्स और फार्म फैसिलिटीज़ का भी दौरा किया, और बेहतरीन अवसंरचना एवं साफ-सफाई बनाए रखने के लिए वैज्ञानिकों तथा तकनीकी स्टाफ की तारीफ की। यहां चल रही रिसर्च एवं विस्तार पहलों की तारीफ करते हुए, डॉ. जाट ने सुझाव दिया कि केन्द्र को जल्द ही उत्कृष्ट केन्द्र में अपग्रेड किया जाए।
इस इवेंट में भाकृअनुप के सीनियर अधिकारियों ने भी हिस्सा लिया, जिनमें डॉ. जयकृष्ण जेना, उप-महानिदेशक (मत्स्य विज्ञान), डॉ. राजबीर सिंह, उप-महानिदेशक (कृषि विस्तार), और डॉ. एन.पी. साहू, कार्यकारी निदेशक, भाकृअनुप-सिफे, मुंबई शामिल थे। हरियाणा तथा राजस्थान के स्टेट मत्स्य विभाग के अधिकारी भी मौजूद थे, जिनमें निदेशक, मत्स्य विभाग, हरियाणा; सहायक निदेशक, मत्स्य विभाग, राजस्थान; जिला मत्स्य अधिकारी, रोहतक; और सहायक निदेशक मात्स्यिकी, राजस्थान शामिल थे।
प्रोग्राम के हिस्से के तौर पर, पेनियस वन्नामेई की हार्वेस्टिंग और पी. मोनोडॉन के कल्चर पर डेमोंस्ट्रेशन किए गए। इंटरैक्टिव सेशन ने किसानों को फील्ड-लेवल के अनुभव शेयर करने, जानकारी शेयर करने और खारे पानी के एक्वाकल्चर में चुनौतियों के समाधान पर चर्चा करने के लिए एक बेहतर मंच प्रदान किया।
बैठक में हरियाणा, पंजाब एवं राजस्थान के किसानों ने सक्रिय रूप से हिस्सा लिया, जिन्होंने भाकृअनुप-सिफे, रोहतक केन्द्र द्वारा दिए गए वैज्ञानिक समाधान एवं सहायता की तारीफ की।
(स्रोत: भाकृअनुप–केन्द्रीय मात्स्यिकी शिक्षा संस्थान, रोहतक केन्द्र)







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