4 जुलाई, 2025, अल्मोड़ा
भाकृअनुप-विवेकानन्द पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान का 102वाँ स्थापना दिवस का शुभारंभ अल्मोड़ा स्थित सभागार में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद गीत एवं दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया गया।
स्थापना दिवस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि, डॉ. सुरेश कुमार चौधरी, महानिदेशक, भारतीय उर्वरक संघ, नई दिल्ली ने अन्य गणमान्य अतिथियों के साथ स्वामी विवेकानंद की मूर्ति पर माल्यार्पण कर पंचम पदम भूषण प्रो. बोशी सेन स्मृति व्याख्यान दिया। उन्होंने संस्थान के निदेशक एवं सभी कार्मिकों को स्थापना दिवस की बधाई देते हुए कहा कि वैदिक काल में कृषि छोटी थी, समय के साथ खेती के आयाम परिवर्तित हुए हैं। डॉ. चौधरी ने कहा कि पहले 30 प्रतिशत सिंचित क्षेत्र था अब 40 प्रतिशत सिंचित हो गया है। साथ ही संस्थान द्वारा जल संरक्षण तथा लघु यंत्रों के विकास के लिए किये जा रहे प्रयासों की प्रशंसा करते हुए उन्होंने हिमालयी पारिस्थितिकी आधारित कृषि तथा पशुपालन विकास पर बल दिया।
विशिष्ट अतिथि, प्रो. एस.एस. बिष्ट, कुलपति, सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालयए अल्मोड़ा ने पर्वतीय कृषकों के लिए संस्थान द्वारा किये जा रहे कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह एक ऐसा संस्थान है जो अध्यात्म एवं कृषि शोध का संगम है।
विशिष्ट अतिथि डॉ. ओ.पी. यादव, पूर्व निदेशक, भाकृअनुप-केन्द्रीय शुष्क क्षेत्र अनुसंधान संस्थान, जोधपुर ने इस कार्यक्रम के दौरान आभासी माध्यम से जुड़कर सभी को बधाई देते हुए इस संस्थान को अद्वितीय बताया और कहा कि संस्थान ने चुनौतियों को अवसर में बदलने में एक अनुकरणीय कार्य किया है।
स्वामी ध्रुवेशानन्द, अध्यक्ष, रामकृष्ण कुटीरए अल्मोड़ा ने प्रो. बोशी सेन का स्मरण करते हुए कहा कि विज्ञान एवं धर्म एक दूसरे के पूरक हैं। भारत में विज्ञान एवं कृषि के विकास के विषय में जानकारी देते हुए उन्होंने संस्थान को नये अनुसंधानों हेतु बधाई दी तथा संस्थान की उत्तरोत्तर प्रगति की कामना की।
डॉ. एम.सी. जोशी, पूर्व निदेशक, रक्षा कृषि अनुसंधान प्रयोगशाला ने कहा कि कि संस्थान द्वारा विकसित संकर मक्का प्रजाति वी एल मक्का 54 की सराहना देश के प्रथम राष्ट्रपति, डॉ राजेन्द्र प्रसाद द्वारा की गयी।
डॉ. लक्ष्मी कान्त, निदेशक, वीपीकेएएस ने संस्थान के संस्थापक प्रो. बोसी सेन को नमन करते हुए समापन समारोह के अवसर पर संस्थान द्वारा विगत वर्ष में किये गये कार्य.कलापों अवगत कराया। साथ ही उन्होंने विगत वर्ष के दौरान संस्थान की महत्वपूर्ण उपलब्धियों की प्रस्तुति दी।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथियों द्वारा मंडुवा की प्रजाति वी एल मंडुवा 409 का लोकार्पण तथा संस्थान के प्रकाशनों, नामतः - पर्वतीय क्षेत्रों में शिमला मिर्च की उन्नत खेती, टमाटर की उन्नत खेती, फ्रासबीन की उन्नत खेती तथा पर्वतीय क्षेत्रों हेतु उपयोगी सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली का विमोचन किया गया।
प्रगतिशील कृषकों, श्री चावला, श्री जुनैद अहमद, श्री बलवंत सिंह नगरकोटी, श्री मनोज सिंह भरड़ा एवं श्री नन्दन सिंह करायत को इस अवसर पर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर, श्री प्रकाश चन्द्र जोशी, पूर्व पालिका अध्यक्ष, श्री अजय वर्मा, वर्तमान मेयर, डॉ. अमित पाण्डे, निदेशक, भाकृअनुप-केन्द्रीय शीतजल मात्स्किीय अनुसंधान संस्थानए भीमताल, श्री संजीव कुमार जोशी, वैज्ञानिक एफ, डीआईबीईआरए हल्द्वानी, डॉ. जे.के. बिष्ट, डॉ. रमेश चन्द्रा, संस्थान के समस्त वैज्ञानिक, अधिकारी, कर्मचारी एवं सेवानिवृत्त कर्मचारी उपस्थित रहे।
डॉ. निर्मल कुमार हेडाऊ, प्रभागाध्यक्ष, फसल सुधार विभाग द्वारा धन्यवाद ज्ञापन किया गया।
(स्रोतः भाकृअनुप-विवेकानन्द पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, अल्मोड़ा)
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