5 जून, 2025, मथुरा
विकसित कृषि संकल्प अभियान के अवसर पर भाकृअनुप-केन्द्रीय बकरी अनुसंधान संस्थान, मखदूम द्वारा विकसित "बकरी के दूध से बने वंडर बाथिंग बार" तकनीक का भव्य विमोचन को दीन दयाल धाम, मथुरा में किया गया।
पद्मश्री हेमा मालिनी, सांसद, मथुरा इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं। उनके सौजन्य से इस नवाचार का लोकार्पण हुआ। सांसद ने ग्रामीण क्षेत्रों में प्राकृतिक, स्वरोजगार-उन्मुख तकनीकी को बढ़ावा देने में इस पहल की सराहना की।
डॉ. जी.के. गौड़, सहायक महानिदेशक (भाकृअनुप) ने ग्रामीण क्षेत्रों में स्वदेशी संसाधनों पर आधारित नवाचारों को बढ़ावा देने के लिए संस्थान की सराहना की और इसे "कृषि से ग्रामीण उद्योग" की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बताया।
डॉ. चैटली (निदेशक) ने बताया कि यह तकनीक संस्थान द्वारा विकसित की गई कई बकरी से प्राप्त मूल्यवर्धित उत्पाद तथा नवाचारों में से एक है, जिसका उद्देश्य किसानों और ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है। यह स्नान बार तकनीक, बकरी के पोषक तत्वों से भरपूर दूध से तैयार की गई है, जो त्वचा के लिए अत्यंत लाभकारी है। इसमें प्रोटीन, विटामिन, और आवश्यक फैटी एसिड्स की भरपूर मात्रा होती है, जो इसे एक प्राकृतिक, कोमल और पर्यावरण अनुकूल उत्पाद बनाती है। तकनीक प्रदर्शन, लाइव डेमो, और स्वयं सहायता समूहों के साथ संवाद के माध्यम से इसे ग्रामीण उद्यमियों तक पहुंचाने की दिशा में एक ठोस कदम उठाया गया।
इस अवसर पर बकरी आधारित उत्पादों को ग्रामीण उद्योग के रूप में प्रोत्साहित करने पर भी चर्चा हुई। विज्ञापन और प्रचार-प्रसार अभियान के अंतर्गत इस तकनीक को ग्रामीण मेलों, कृषि विज्ञान केंद्रों और कृषि प्रदर्शनियों में प्रदर्शित किया जाएगा, जिससे किसानों की आय में वृद्धि, स्थानीय उद्यमिता को बढ़ावा, और आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने में सहायता मिलेगी। यह पहल विकसित कृषि संकल्प अभियान के उद्देश्यों को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो वैज्ञानिक नवाचारों के माध्यम से ग्रामीण भारत को सशक्त बनाने का संकल्प लिए हुए है।
(स्रोतः भाकृअनुप-केन्द्रीय बकरी अनुसंधान संस्थान, मखदूम)
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