भाकृअनुप-विवेकानंद पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के वैज्ञानिकों ने कृषि और संबद्ध विभागों के अधिकारियों के साथ मिलकर विकसित कृषि संकल्प अभियान के तहत अल्मोड़ा जिले में व्यापक संपर्क अभियान चलाया।
इस पहल के तहत 17 गांवों को कवर करने के लिए तीन टीमें तैनात की गईं। स्याल्दे में तमधौन और भरसोली पंचायत घरों में संवादात्मक सत्र (गोष्ठी) आयोजित किए गए, जिसमें वल्मारा, कैहडगांव, उदयपुर, सुमोली, बसनल और कोटसरी सहित कई गांवों के किसान शामिल हुए। टीम ने किसानों को उन्नत खरीफ फसल किस्मों, फसल सुरक्षा तकनीकों और पहाड़ी-विशिष्ट कृषि उपकरणों के बारे में जागरूक किया।

किसानों ने पानी की कमी और जंगली जानवरों द्वारा फसल को नुकसान पहुंचाने जैसी चुनौतियों को साझा किया। टीम ने रागी की उन्नत किस्मों, रोपाई तकनीकों और सुरक्षा उपायों सहित समाधान पेश किए।
हवालबाग ब्लॉक में एक समानांतर कार्यक्रम में 32 गांवों के 151 किसान शामिल हुए। चर्चा में खरीफ की खेती, विदेशी बागवानी, उद्यमिता, नैनो यूरिया के उपयोग और प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना जैसी सरकारी योजनाओं पर ध्यान केन्द्रित किया गया।
पूरे अभियान के दौरान, संबंधित विभाग के अधिकारियों ने किसानों के प्रश्नों का उत्तर दिया और कृषि से संबंधित योजनाओं पर प्रकाश डाला। भविष्य में हस्तक्षेप करने के लिए किसानों की प्रतिक्रिया एकत्र की गई।
यह पहल पहाड़ी किसानों को सशक्त बनाने और इस क्षेत्र में टिकाऊ एवं समावेशी कृषि विकास को बढ़ावा देने के लिए विज्ञान आधारित दृष्टिकोण को रेखांकित करती है।
(स्रोत: भाकृअनुप-विवेकानंद पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, अल्मोड़ा)
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