भाकृअनुप के मणिपुर केन्द्र ने भारत की पहली उच्च उपज देने वाली अर्ध-बौनी काली चावल किस्म ‘आरसी मणिचाखो-1’ जारी कीRice Variety ‘RC Manichakhao-1’

भाकृअनुप के मणिपुर केन्द्र ने भारत की पहली उच्च उपज देने वाली अर्ध-बौनी काली चावल किस्म ‘आरसी मणिचाखो-1’ जारी कीRice Variety ‘RC Manichakhao-1’

7 जून, 2025, इंफाल

भाकृअनुप-उत्तर पूर्वी पहाड़ी क्षेत्र अनुसंधान परिसर, मणिपुर केन्द्र, इंफाल ने आज राजभवन, इंफाल में भारत की पहली अर्ध-बौनी उच्च उपज देने वाली काली चावल किस्म आरसी मणिचाखो-1 जारी करके एक मील का पत्थर साबित किया।

मणिपुर के माननीय राज्यपाल, श्री अजय कुमार भल्ला ने इस किस्म को जारी किया और किसानों को समर्पित किया।

ICAR Manipur Centre Releases India’s First High-Yielding Semi-Dwarf Black Rice Variety ‘RC Manichakhao-1’

आरसी मणिचाखो 1 एक अर्ध-बौनी उच्च उपज देने वाली किस्म है, जिसमें बेहतर खाना पकाने की गुणवत्ता, उच्च एंथोसायनिन सामग्री और 4.5 से 5.0 टन प्रति हैक्टर की उपज क्षमता है, जो स्थानीय रूप से चाखाओ लैंडरेस कहे जाने वाले पारंपरिक काले चावल की उपज से दोगुनी है।

इस किस्म को जेनेटिक्स और प्लांट ब्रीडिंग की वैज्ञानिक, डॉ. कोनसम सारिका तथा उनकी टीम ने विकसित किया है। यह विकास न केवल मौजूदा किस्मों की उपज सीमाओं को संबोधित करेगा, बल्कि काले चावल की बढ़ती बाजार मांग के साथ भी संरेखित होगा, जिससे स्थानीय किसानों की आजीविका में वृद्धि होगी एवं राष्ट्रीय और वैश्विक बाजारों में निर्यात के माध्यम से इसके भौगोलिक संकेत (जीआई) टैग के लाभों को भुनाया जा सकेगा।

(स्रोत: भाकृअनुप-उत्तर पूर्वी पहाड़ी क्षेत्र के लिए अनुसंधान परिसर, उमियम, मेघालय)

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