12 जुलाई 2025, रुद्रपुर
भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, नई दिल्ली ने आज उत्तराखंड के रुद्रपुर स्थित जाफरपुर गाँव में फसल विविधीकरण और टिकाऊ कृषि पद्धतियों पर केन्द्रित एक किसान गोष्ठी का आयोजन किया।
कार्यक्रम में उन्नत, रोगमुक्त गुणवत्तापूर्ण बीजों तक पहुँच; कुशल बागवानी प्रबंधन पद्धतियों को अपनाना; अंतर-फसलीय और गहन कृषि प्रणालियाँ; मृदा उर्वरता में वृद्धि; और धान में रोग प्रबंधन जैसे प्रमुख मुद्दों पर ज़ोर दिया गया। उत्पादकता और लाभप्रदता बढ़ाने के लिए सरसों और अरहर की शीघ्र पकने वाली किस्मों को बढ़ावा देने पर विशेष ध्यान दिया गया।

डॉ. चेरुकमल्ली श्रीनिवास राव, निदेशक एवं कुलपति, भाकृअनुप-आईएआरआई ने उन्नत फसल किस्मों और उन्नत तकनीकों के विकास में संस्थान के प्रयासों पर प्रकाश डाला। उन्होंने किसानों से उपज में सुधार, मृदा स्वास्थ्य बनाए रखने और बीज की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए आधुनिक कृषि नवाचारों को अपनाने का आग्रह किया।
डॉ. विश्वनाथन सी. (संयुक्त निदेशक, अनुसंधान) ने अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ किसानों के प्रश्नों का समाधान किया और क्षेत्र-विशिष्ट कृषि चुनौतियों के व्यावहारिक समाधान साझा किया।
इस कार्यक्रम में गदरपुर, बाजपुर, किच्छा, बेनेशपुर, रुद्रपुर और जाफरपुर के लगभग 30 किसानों ने भाग लिया।
(स्रोत: भाकृअनुप-भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, नई दिल्ली)
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