"झींगा तालाबों में नाइट्राइट मेटाबोलाइट का शमन और मछली में बाहरी परजीवी का नियंत्रण" के लिए भाकृअनुप-सीआईबीए, चेन्नई द्वारा प्रौद्योगिकी उत्पाद लॉन्च

"झींगा तालाबों में नाइट्राइट मेटाबोलाइट का शमन और मछली में बाहरी परजीवी का नियंत्रण" के लिए भाकृअनुप-सीआईबीए, चेन्नई द्वारा प्रौद्योगिकी उत्पाद लॉन्च

14 फरवरी, 2022, चेन्नई

भाकृअनुप-केंद्रीय खारा जलीय कृषि संस्थान, चेन्नई का तकनीकी उत्पाद "झींगा तालाबों में नाइट्राइट मेटाबोलाइट के शमन और मछली में बाहरी परजीवी के नियंत्रण" है। जिसका मुख्य रुप से  व्यवसायिक उत्पादन एवं वितरण मेसर्स अल्फा बायोलॉजिकल, नेल्लोर, आंध्र प्रदेश (नोवोसाइड-एएलएफ, एंटी-लिस फॉर्मूलेशन और नोवाटन-एएमएस नाइट्राइट को कम करने के लिए ऑटोट्रॉफिक माइक्रोबियल सॉल्यूशन) द्वारा किया जाता है। इस उत्पाद को आज संस्थान के सहयोग से बाजार में उतारा गया।

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डॉ. के.पी. जितेंद्रन, निदेशक, भाकृअनुप-सीआईबीए, चेन्नई ने ऐसे कुशल उत्पादों को विकसित करने पर जोर दिया जो पर्यावरण के लिए सुरक्षित हों।

डॉ. अमरनेनी रवि कुमार, अल्फा बायोलॉजिकल के मैनेजिंग पार्टनर ने जलीय कृषि को समर्थन देने के लिए गुणवत्तापूर्ण उत्पादों की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने देश भर में किए गए फील्ड परीक्षणों को भी रेखांकित किया।

नोवोसाइड-एएलएफ एक कुशल मौखिक तैयारी है जो क्रस्टेशियन परजीवियों जैसे - आर्गुलस एसपीपी, कैलीगस एसपीपी, लर्नथ्रोप्सिस एसपीपी जैसे एक और लर्निया एसपीपी को नियंत्रित करने के लिए एवं विशद कल्चर सिस्टम में विभिन्न मछली प्रजातियों में, जैसे- एक्वैरियम, तालाब, पिंजरे, कंक्रीट टैंक, एफआरपी टैंक और झीलों की विस्तृत श्रृंखला के साथ, 0 से 30 पीपीटी हो। नोवाटन-एएम नाइट्राइट ऑक्सीकरण बैक्टीरिया के संवर्धन वाले फॉर्मूलेशन का उपयोग करता है जो जहरीले मेटाबोलाइट नाइट्राइट को गैर-विषाक्त नाइट्रेट में ऑक्सीकरण करने में कुशल होते हैं।

दो उत्पादों को उपलब्ध कराने के लिए प्रौद्योगिकियों को भाकृअनुप-सीआईबीए में विकसित किया गया था और हाल ही में मेसर्स अल्फा बायोलॉजिकल, नेल्लोर में इसका व्यावसायीकरण किया गया है। कंपनी ने उत्पादों का व्यावसायिक उत्पादन शुरू कर दिया है और देश के प्रमुख जलीय कृषि राज्यों में उन्हें बाजार में लाने की योजना बना रही है।

(स्रोत: भाकृअनुप-केंद्रीय खारा जल जलीय कृषि संस्थान, चेन्नई)

 

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