मत्स्य जैव प्रौद्योगिकी एवं जलीय कृषि में आनुवंशिक सुधार कार्यक्रम पर कार्यशाला का आयोजन

मत्स्य जैव प्रौद्योगिकी एवं जलीय कृषि में आनुवंशिक सुधार कार्यक्रम पर कार्यशाला का आयोजन

16 जुलाई, 2025, चेन्नई

भाकृअनुप-राष्ट्रीय मत्स्य आनुवंशिक संसाधन ब्यूरो, लखनऊ ने आज चेन्नई में जैव प्रौद्योगिकी विभाग, एसआरएम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संस्थान, चेन्नई के सहयोग से मत्स्य जैव प्रौद्योगिकी एवं जलीय कृषि में आनुवंशिक सुधार कार्यक्रम पर एक कार्यशाला का आयोजन किया।

प्रो. डॉ. एम. कृष्णन, कुलपति, तमिलनाडु केन्द्रीय विश्वविद्यालय ने कार्यक्रम का उद्घाटन किया और भारत में मत्स्य जैव प्रौद्योगिकी एवं जलीय कृषि सुधार कार्यक्रमों की आशाजनक संभावनाओं पर अपने व्यावहारिक दृष्टिकोण साझा किया।

Workshop on Fisheries Biotechnology & Genetic Improvement Programme in Aquaculture

विशेषज्ञों ने छात्रों और युवा शोधकर्ताओं को मत्स्य जैव प्रौद्योगिकी एवं जलीय कृषि में आनुवंशिक सुधार कार्यक्रमों के क्षेत्र में वर्तमान अनुसंधान प्रगति तथा उपयोग किए जाने वाले उपकरणों के बारे में जागरूक किया।

कार्यशाला ने प्रतिभागियों और संसाधन युक्त व्यक्तियों के बीच कई उपयोगी वैज्ञानिक आदान-प्रदानों को सुगम बनाया।

कार्यशाला का समापन चेन्नई स्थित चेट्टीनाड अनुसंधान एवं शिक्षा अकादमी के सलाहकार, प्रो. डॉ. टी. बालासुब्रमण्यम के समापन संबोधन के साथ हुआ, जिसमें उन्होंने भारत में मत्स्य पालन जैव प्रौद्योगिकी की संभावनाओं पर प्रकाश डाला।

कार्यशाला में कुल 350 छात्रों और शोधार्थियों ने भाग लिया। देश भर के प्रतिष्ठित संस्थानों के छह वैज्ञानिकों और शिक्षाविदों ने संसाधन युक्त व्यक्तियों के रूप में कार्य किया।

(स्रोत: भाकृअनुप-राष्ट्रीय मत्स्य आनुवंशिक संसाधन ब्यूरो, लखनऊ)

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