महानिदेशक भाकृअनुप ने भाकृअनुप-आईएआरआई में एग्री-वोल्टेइक सुविधा (एग्री-PV) का किया उद्घाटन

महानिदेशक भाकृअनुप ने भाकृअनुप-आईएआरआई में एग्री-वोल्टेइक सुविधा (एग्री-PV) का किया उद्घाटन

18 दिसंबर, 2025, नई दिल्ली

डॉ. एम.एल. जाट, सचिव (डेयर) एवं महानिदेशक (भाकृअनुप), ने आज भाकृअनुप-भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान में एग्री-PV पर सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के तहत स्थापित 100 किलोवाट एग्री-फोटोवोल्टेइक (एग्री-PV) पायलट प्रोजेक्ट का उद्घाटन किया। इस प्रोजेक्ट का उद्घाटन डॉ. डी.के. यादव, उप-महानिदेशक (फसल विज्ञान), भाकृअनुप, और डॉ. चेरुकमल्ली श्रीनिवास राव, निदेशक और कुलपति, भाकृअनुप-आईएआरआई की गरिमामयी उपस्थिति में किया गया।

DG ICAR inaugurates Agri Voltaic Facility (Agri-PV) at ICAR-IARI

यह पायलट प्रोजेक्ट गीग इंडिया द्वारा जर्मन संघीय आर्थिक सहयोग और विकास मंत्रालय (बीएमजेड) की ओर से नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (एमएनआरई), भाकृअनुप-आईएआरआई , तथा राष्ट्रीय एवं ऊर्जा संस्थान (एनआईएसई) के साथ मिलकर लागू किया जा रहा है। यह पहल भारत में अपनी तरह की पहली एग्री-PV प्रणाली है, जिसमें सिंगल-एक्सिस सोलर ट्रैकिंग और ग्राउंड स्क्रू फाउंडेशन की सुविधा है। यह प्रणाली सौर ऊर्जा उत्पादन को कृषि उत्पादन के साथ प्रभावी ढंग से एकीकृत करने का एक उदाहरण है, जो भारतीय कृषि प्रणालियों में जलवायु लचीलेपन को बढ़ाते हुए भूमि उपयोग दक्षता को अधिकतम करने का एक स्केलेबल रास्ता प्रदान करती है।

एग्री-फोटोवोल्टेइक पायलट प्रोजेक्ट का उद्घाटन करते हुए, डॉ. जाट ने कहा कि एग्री-PV प्रणाली भोजन और ऊर्जा उत्पादन के लिए भूमि के दोहरे उपयोग को सक्षम करके भारतीय कृषि के लिए एक परिवर्तनकारी मार्ग का प्रतिनिधित्व करती है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि , भाकृअनुप-आईएआरआई में एग्री-PV पर सेंटर ऑफ एक्सीलेंस भारत की विविध कृषि-पारिस्थितिकी में विज्ञान-आधारित एग्री-PV समाधानों को बढ़ाने के लिए एक राष्ट्रीय ज्ञान केन्द्र के रूप में काम करेगा।

DG ICAR inaugurates Agri Voltaic Facility (Agri-PV) at ICAR-IARI

डॉ. राव ने बताया कि पायलट प्रोजेक्ट के तहत, भाकृअनुप-आईएआरआई एग्री-PV स्थितियों के लिए उपयुक्त मानकीकृत फसल मैट्रिक्स विकसित करने के लिए विविध फसल विन्यासों पर व्यवस्थित प्रयोग करेगा। अनुसंधान परिणामों से नीति, प्रौद्योगिकी परिनियोजन और पूरे भारत में भविष्य में एग्री-PV को अपनाने के लिए महत्वपूर्ण वैज्ञानिक साक्ष्य उत्पन्न होने की उम्मीद है। यह परियोजना नवीन, जलवायु-स्मार्ट कृषि समाधानों के प्रति भारत की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है जो नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन को स्थायी कृषि पद्धतियों के साथ संरेखित करते हैं।

(स्रोत: भाकृअनुप-भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, नई दिल्ली)

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