14 जुलाई, 2025, बेंगलुरु
भाकृअनुप-राष्ट्रीय कृषि कीट संसाधन ब्यूरो, बेंगलुरु ने विश्व विद्यापीठ, येलहंका के 60 छात्रों के लिए मेलिपोनिकल्चर (डंक रहित मधुमक्खी पालन) पर एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया।
डॉ. एस.एन. सुशील, निदेशक, भाकृअनुप-एनबीएआईआर ने परागण में मधुमक्खियों की महत्वपूर्ण भूमिका और पारिस्थितिक संकेतकों के रूप में उनके महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने छात्रों को स्थायी कीट प्रबंधन के लिए लाभकारी कीट जीवों के संरक्षण हेतु ब्यूरो के अधिदेश के बारे में भी जानकारी दी।

डॉ. के. सुभरन, अध्यक्ष, जर्मप्लाज्म संरक्षण एवं उपयोग विभाग ने छात्रों को डंक रहित मधुमक्खी पालन की अवधारणा से परिचित कराया और उच्च मूल्य वाले शहद के उत्पादन के लिए मेलिपोनरी स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित किया।
व्यावहारिक प्रशिक्षण के एक भाग के रूप में, छात्रों ने संस्थान के मेलिपोनरी का दौरा किया और डंक रहित मधुमक्खी कालोनियों को संभालने का व्यावहारिक प्रशिक्षण प्राप्त किया। निरंतर जुड़ाव को प्रोत्साहित करने के लिए, स्कूल में तीन मधुमक्खी पालन बॉक्स लगाए जाएँगे, जिनके रखरखाव और देखभाल की ज़िम्मेदारी छात्र उठाएँगे।
(स्रोत: भाकृअनुप-राष्ट्रीय कृषि कीट संसाधन ब्यूरो, बेंगलुरु)
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