7 मार्च, 2025, श्री विजयपुरम
भाकृअनुप-केन्द्रीय द्वीपीय कृषि अनुसंधान संस्थान द्वारा सुपारी और मसाला विकास निदेशालय, कोझीकोड, केरल तथा भाकृअनुप-अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजना, कासरगोड, केरल के सहयोग से आयोजित 'मसालों, सुपारी और औषधीय पौधों के क्षेत्र में द्वीपीय युवाओं और महिलाओं के लिए उद्यमिता के अवसर' पर तीन दिवसीय राज्य स्तरीय संगोष्ठी आज संपन्न हुई।
अंडमान एवं निकोबार प्रशासन की सचिव (कृषि), सुश्री पल्लवी सरकार, भारतीय प्रशासनिक सेवा द्वारा उद्घाटन किए गए इस सेमिनार में द्वीपों में कृषि उद्यमिता को बढ़ावा देने पर ध्यान केन्द्रित किया गया। अपने संबोधन में, सुश्री सरकार ने कृषि आधारित व्यवसायों को बढ़ावा देने के लिए भाकृअनुप-सीआईएआरआई की पहल की सराहना की और बिखरे हुए द्वीपों से कृषि उपज को एकत्र करने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने इन उद्यमों को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय दोनों बाजारों में प्रतिस्पर्धी बनाने के लिए प्रभावी पैकेजिंग, ब्रांडिंग और मार्केटिंग की आवश्यकता पर भी प्रकाश डाला।
भाकृअनुप-सीआईएआरआई के निदेशक, डॉ. एकनाथ बी. चाकुरकर ने स्थानीय हितधारकों को संस्थान द्वारा दिए जा रहे तकनीकी सहयोग के बारे में जानकारी दी, जिससे कृषि उद्यमिता को विकसित करने में मदद मिली। उन्होंने स्टार्ट-अप के लिए अनुकूल माहौल बनाने के लिए विभिन्न क्षेत्रों के बीच समन्वय के महत्व पर जोर दिया।
सेमिनार में उष्णकटिबंधीय मसालों की पैकेजिंग तकनीक, औषधीय और सुगंधित पौधों के मूल्य संवर्धन और उद्यमिता के लिए सुपारी के कचरे के उपयोग पर विशेषज्ञों की प्रस्तुतियाँ शामिल थीं। प्रतिभागियों ने वैज्ञानिक कटाई, कटाई के बाद प्रसंस्करण, मसालों के मूल्य संवर्धन और कृषि-पारिस्थितिकी पर्यटन के अवसरों पर व्यावहारिक सत्रों में भी भाग लिया।
इस कार्यक्रम में कृषि और ग्रामीण विकास विभागों के प्रतिनिधियों सहित पूरे द्वीप से 71 प्रतिभागियों ने भाग लिया।
स्रोत: भाकृअनुप-केन्द्रीय द्वीपीय कृषि अनुसंधान संस्थान, श्री विजयपुरम)
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