डॉ. काजल चक्रवर्ती को कृषि एवं संबद्ध विज्ञान में नवाचार के लिए राष्ट्रीय कृषि विज्ञान पुरस्कार 2025 से सम्मानित

डॉ. काजल चक्रवर्ती को कृषि एवं संबद्ध विज्ञान में नवाचार के लिए राष्ट्रीय कृषि विज्ञान पुरस्कार 2025 से सम्मानित

16 जुलाई 2025, लखनऊ

भाकृअनुप-राष्ट्रीय मत्स्य आनुवंशिक संसाधन ब्यूरो, लखनऊ की निदेशक, डॉ. काजल चक्रवर्ती को कृषि एवं संबद्ध विज्ञान में नवाचार एवं प्रौद्योगिकी श्रेणी में प्रतिष्ठित राष्ट्रीय कृषि विज्ञान पुरस्कार 2025 से सम्मानित किया गया है। यह सम्मान केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री, श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज नई दिल्ली में आयोजित भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के 97वें स्थापना दिवस समारोह के दौरान प्रदान किया।

डॉ. चक्रवर्ती को भाकृअनुप-केन्द्रीय समुद्री मत्स्य अनुसंधान संस्थान, कोच्चि में किए गए उनके अभूतपूर्व शोध के लिए सम्मानित किया गया। समुद्री प्राकृतिक उत्पादों, जैव सक्रिय यौगिकों तथा कार्यात्मक न्यूट्रास्यूटिकल्स में उनके अग्रणी कार्य ने भारत में समुद्री जैव प्रौद्योगिकी तथा मूल्य वर्धित मत्स्य पालन को उल्लेखनीय रूप से उन्नत किया है।

Dr. Kajal Chakraborty Conferred with Rashtriya Krishi Vigyan Puraskar 2025 for Innovation in Agricultural and Allied Sciences

पर्यावरण-अनुकूल जैव सक्रिय पदार्थों, रोगाणुरोधी एजेंटों और न्यूट्रास्युटिकल योगों के उनके विकास ने समुद्री मत्स्य पालन की स्थिरता तथा लाभप्रदता को बढ़ाया है और साथ ही अनुवादात्मक अनुसंधान और व्यावसायिक अनुप्रयोगों के लिए नए रास्ते खोले हैं। अपनी वैज्ञानिक उत्कृष्टता और सामाजिक प्रासंगिकता के लिए व्यापक रूप से प्रशंसित, उनके शोध का राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय दोनों स्तरों पर प्रभाव पड़ा है।

डॉ. चक्रवर्ती, निदेशक, भाकृअनुप-एनबीएफजीआर के रूप में भारत के जलीय आनुवंशिक संसाधनों के संरक्षण और सतत उपयोग के प्रयासों का नेतृत्व करते रहे हैं। इस राष्ट्रीय पुरस्कार से उन्हें मिली मान्यता उनके निरंतर योगदान, वैज्ञानिक नेतृत्व और कृषि नवाचार के प्रति प्रतिबद्धता का प्रमाण है।

भाकृअनुप समुदाय और व्यापक मत्स्य पालन क्षेत्र इस सुयोग्य सम्मान के लिए डॉ. चक्रवर्ती को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं देता है।

(स्रोत: भाकृअनुप-राष्ट्रीय मत्स्य आनुवंशिक संसाधन ब्यूरो, लखनऊ)

×