4 मार्च, 2024, दिल्ली
भाकृअनुप-केन्द्रीय मत्स्य शिक्षा संस्थान, मुंबई ने आज गाजीपुर मछली, मुर्गी पालन एवं अंडा समिति, दिल्ली के सहयोग से गाजीपुर मछली बाजार में दो दिवसीय प्रशिक्षण एवं स्वच्छता कार्यक्रम का आयोजन किया।
भाकृअनुप द्वारा वित्त पोषित यह पहल 'स्वच्छता कार्य योजना तथा शहरी मछली बाजारों में मछली अपशिष्ट का व्यावसायिक उपयोग' नामक परियोजना का एक हिस्सा था।

कार्यक्रम के दौरान डॉ. रविशंकर सी.एन., निदेशक, भाकृअनुप-सीआईएफई और डॉ. एन.पी. साहू, संयुक्त निदेशक, भाकृअनुप-सीआईएफई, उपस्थित थे।
स्वच्छता कार्यक्रम में सफाई मार्शलों और सीआईएफई टीम द्वारा मछली बाजार की गहन सफाई शामिल थी। मछली खुदरा विक्रेताओं/थोक विक्रेताओं के लिए 'मछली अपशिष्ट से जैविक खाद तैयार करना: फिशएएनयूआर: एक स्वयं-करें तकनीक' और 'स्वच्छ व्यवसाय को सक्षम बनाने हेतु विभिन्न प्लेटफार्मों पर डिजिटल भुगतान लेनदेन' पर क्षेत्रीय प्रशिक्षण आयोजित किया गया। मछली खुदरा विक्रेताओं/थोक विक्रेताओं के साथ मछली विपणन की गतिशीलता पर संवादात्मक चर्चाएं आयोजित की गईं। प्रशिक्षुओं को मछली अपशिष्ट से जैविक खाद तैयार करने की एक स्वयं-करें तकनीक, फिशएएनयूआर और डिजिटल भुगतान लेनदेन पर हिंदी तथा अंग्रेजी में पत्रक वितरित किया गया। फिशएएनयूआर के नमूने भी प्रदर्शित किया गया।

श्री रिजवान, मत्स्य विक्रेता संघ के अध्यक्ष, गाजीपुर, ने भाकृअनुप-सीआईएफई टीम, मछली खुदरा विक्रेताओं, थोक विक्रेताओं और सफाई मार्शलों के साथ कार्यक्रम में भाग लिया।
भाकृअनुप-सीआईएफई परियोजना टीम ने मुंबई के 10 से अधिक शहरी मछली बाजारों तथा नागपुर के एक मछली बाजार में इसी तरह का कार्यक्रम आयोजित किया।
(स्रोत: भाकृअनुप-केन्द्रीय मत्स्य शिक्षा संस्थान, मुंबई)







फेसबुक पर लाइक करें
यूट्यूब पर सदस्यता लें
X पर फॉलो करना X
इंस्टाग्राम पर लाइक करें