7 नवंबर, 2025, गोवा
भाकृअनुप–केन्द्रीय तटीय कृषि अनुसंधान संस्थान, गोवा ने आज ‘वंदे मातरम’ के 150 साल पूरे होने पर जश्न का किया आयोजन। इस मौके पर संस्थान तथा कृषि विज्ञान केन्द्र, अत्तरी गोवा के अधिकारियों तथा स्टाफ ने मिलकर राष्ट्रीय गीत गाया।

यह साल भर चलने वाला राष्ट्रीय कार्यक्रम, जो 7 नवंबर, 2025 से 7 नवंबर, 2026 तक चार फेज में मनाया जाएगा, इसका मकसद बंकिम चंद्र चटर्जी की विरासत का सम्मान करना और वंदे मातरम में शामिल एकता, बलिदान एवं देशभक्ति के हमेशा रहने वाले मूल्यों का प्रदर्शन है।
इस मौके पर मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए, डॉ. परवीन कुमार, निदेशक, भाकृअनुप-सीसीएआरआई, ने वंदे मातरम के ऐतिहासिक महत्व और भारत के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान एक प्रेरणा देने वाले राष्ट्रगान के तौर पर इसकी भूमिका के बारे में विस्तार से चर्चा की। उन्होंने इस गीत में दिखाई गई राष्ट्रवाद की भावना को याद रखने तथा इसे बनाए रखने के महत्व पर जोर दिया।

भाकृअनुप-सीसीएआरआई और कवीके, नॉर्थ गोवा के सभी स्टाफ सदस्य ने सामूहिक गायन में सक्रिय रूप से भाग लिया। इस लॉन्च के साथ ही उन इवेंट्स की एक सीरीज की शुरुआत हुई जो वंदे मातरम के 150 साल और राष्ट्रीय एकता के इसके स्थायी संदेश का जश्न मनाने हेतु पूरे साल आयोजित किया जाएगा।
(स्रोत: भाकृअनुप–केन्द्रीय तटीय कृषि अनुसंधान संस्थान, गोवा)







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