भाकृअनुप-नार्म में सतर्कता दृष्टिकोण पर मास्टर ट्रेनर्स कार्यक्रम हुआ संपन्न

भाकृअनुप-नार्म में सतर्कता दृष्टिकोण पर मास्टर ट्रेनर्स कार्यक्रम हुआ संपन्न

19 नवंबर, 2025, हैदराबाद

भाकृअनुप के सतर्कता अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए सतर्कता दृष्टिकोण पर तीन दिवसीय मास्टर प्रशिक्षण कार्यक्रम आज भाकृअनुप, नई दिल्ली के तत्वावधान में भाकृअनुप-राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान प्रबंधन अकादमी (नार्म) में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।

डॉ. डी. थम्मी राजू, सतर्कता अधिकारी और कार्यक्रम निदेशक, ने भाकृनुप में सतर्कता क्षमताओं को बढ़ाने में मास्टर प्रशिक्षण पहल के महत्वपूर्ण उपलब्धि पर जोर दिया।

Master Trainers Programme on Vigilance Perspectives Concludes at ICAR-NAARM

17-19 नवंबर, 2025 तक आयोजित कार्यक्रम के दौरान गहन सत्रों में निवारक सतर्कता और सुशासन, सतर्कता प्रशासन और संस्थागत ढांचे, केन्द्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) तथा मुख्य सतर्कता अधिकारियों (सीवीओ) की भूमिकाएं, व्हिसलब्लोअर शिकायतों से निपटना, आचार संहिता, विभागीय जांच प्रक्रियाएं, खरीद सिद्धांत एवं चुनौतियां, जांच अधिकारी और प्रस्तुतकर्ता अधिकारी की भूमिकाएं, पीओएसएच अधिनियम के तहत जांच, दंड के निहितार्थ, और विस्तृत केस स्टडी जैसे प्रमुख विषयों को शामिल किया गया।

समापन कार्यक्रम में डॉ. सीमा जग्गी, सहायक महानिदेशक (मानव संसाधन विकास), शिक्षा प्रभाग, भाकृअनुप, मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं । डॉ. जग्गी ने संस्थानों के भीतर ईमानदारी एवं पारदर्शिता बनाए रखने में सतर्कता अधिकारियों की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला।

डॉ. गोपाल लाल, निदेशक, भाकृअनुप-नार्म और कार्यक्रम के अध्यक्ष, ने प्रतिभागियों को अपने संबंधित संगठनों में शासन और गुणवत्ता मानकों को बेहतर बनाने के लिए अपने बढ़े हुए ज्ञान को लागू करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने आधिकारिक कर्तव्यों में समय प्रबंधन, ईमानदारी एवं निष्ठा के गुणों पर भी जोर दिया तथा प्रतिभागियों से अपने संस्थानों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने का आग्रह किया।

Master Trainers Programme on Vigilance Perspectives Concludes at ICAR-NAARM

डॉ. विवेक पुरवार, कार्यक्रम निदेशक तथा मुख्य प्रशासनिक अधिकारी (एसजी), ने कार्यक्रम के सफल समापन पर औपचारिक धन्यवाद ज्ञापन दिया। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम भाकृअनुप की सतर्कता तंत्र को मजबूत करने एवं अपने पूरे नेटवर्क में नैतिक शासन की संस्कृति को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है।

इस कार्यक्रम में भारत के 14 राज्यों के 26 अधिकारियों ने भाग लिया।

(स्रोत: भाकृअनुरप-नेशनल एकेडमी ऑफ एग्रीकल्चरल रिसर्च मैनेजमेंट, हैदराबाद)

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