29 जनवरी - 2 फरवरी, 2024, हैदराबाद
भाकृअनुप-केन्द्रीय शुष्क भूमि कृषि अनुसंधान संस्थान, हैदराबाद ने एससी उपयोजना के अंतर्गत 29 जनवरी से 2 फरवरी, 2024 तक किसानों के लिए आय एवं आजीविका सुरक्षा बढ़ाने हेतु वर्षा आधारित प्रौद्योगिकियों पर 5 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया।

मुख्य अतिथि, डॉ. वी.के. सिंह, निदेशक, भाकृअनुप-क्रिडा, हैदराबाद ने अपने उद्घाटन संबोधन में विभिन्न वर्षा आधारित प्रौद्योगिकियों के महत्व पर ज़ोर दिया। उन्होंने कौशल विकास की आवश्यकता पर प्रकाश डाला तथा किसानों से एससीएसपी के अंतर्गत आयोजित विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रमों में सक्रिय रूप से भाग लेने का आह्वान किया।
समापन सत्र के मुख्य अतिथि, डॉ. एम.एस. राव, प्रमुख, डीसीएस, ने किसानों से आग्रह किया कि वे अर्जित ज्ञान को अपने खेतों में लागू करें और इसे आस-पास के किसानों तक भी पहुँचाएं। बाद में, मुख्य अतिथि ने प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किया।
डॉ. टी.वी. प्रसाद, नोडल अधिकारी, एससीएसपी, ने 2 फरवरी, 2024 को आयोजित समापन सत्र के दौरान प्रशिक्षण कार्यक्रम के बारे में जानकारी दी।
प्रशिक्षण में मशीनीकरण, श्रम-साध्य कृषि उपकरण, उपकरणों की मरम्मत तथा रखरखाव, कृषि में ड्रोन का उपयोग, फसल प्रबंधन, फसलों में मूल्य संवर्धन, वर्षा जल प्रबंधन, आय बढ़ाने के लिए फसल विविधीकरण तथा आजीविका सुरक्षा में सुधार के लिए पशुधन की भूमिका सहित विभिन्न पहलुओं को शामिल किया गया।
कलबुर्गी जिले के चिंचोली तालुका के लगभग 20 अनुसूचित जाति के किसानों ने इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लिया।
(स्रोत: डीसीएस-केन्द्रीय शुष्क भूमि कृषि अनुसंधान संस्थान, हैदराबाद)







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