8 नवंबर, 2025, हैदराबाद
भाकृनुप–राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान प्रबंध अकादमी, राजेंद्र नगर, हैदराबाद ने चल रहे 115वें फाउंडेशन कोर्स फॉर एग्रीकल्चरल रिसर्च सर्विस (एफओसीएआरएस) के हिस्से के तौर पर ‘वर्क-लाइफ बैलेंस’ पर एक संवादात्मक बातचीत का आयोजन किया। इस सेशन का मकसद युवा एआरएस प्रोबेशनर्स को नागरिक सेवा में व्यावसायिक उत्कृष्टता को व्यक्तिगत उपलब्धि, इमोशनल स्थिरता तथा नैतिक मूल्यों के साथ तालमेल बिठाने के महत्व के बारे में बताना था।

श्री इलांगो आर, भारतीय पुलिश सेवा, सहायक निदेशक (एससी), एसवीपीएनपीए, हैदराबाद, ने अपने प्रशासनिक अनुभव से कीमती बातें शेयर कीं, तथा इस बात पर जोर दिया कि काम को एक ईश्वरीय कर्तव्य के रूप में देखा जाना चाहिए। उन्होंने जॉब सैटिस्फैक्शन को प्रभावित करने वाले व्यावहारिक सिद्धांत, इकिगाई के जापानी कॉन्सेप्ट और वर्क-लाइफ बैलेंस के अलग-अलग मॉडल्स पर चर्चा की। उन्होंने प्रतिभागियों को साइबर सेफ्टी और डिजिटल खुसहाली के बारे में भी बताया, जो मॉडर्न व्यावसायिक जीवन के जरूरी तत्व है।
श्री जगबीर सिंह,अतिरिक्त महानिदेशक (सेवानिवृत्त),सीआईएसएफ, ने पेशेवर सेवा में सफलता और संतुष्टि पाने के बारे में बताया। उन्होंने दृष्टिकोण, भावनात्मक मजबूती तथा आत्म बोध के महत्व पर बात की, तथा व्यावसायिक उपलब्धि तथा लीडरशिप विकास हेतु डेविड मैक्लेलैंड के कॉम्पिटेंसी मॉडल और फाइव-फैक्टर पर्सनैलिटी फ्रेमवर्क के बारे में विस्तार से बताया।

इस इंटरैक्टिव सेशन में एआरएस प्रोबेशनर्स ने पूरे जोश के साथ हिस्सा लिया, जिन्होंने इमोशनल इंटेलिजेंस, माइंडफुलनेस और मकसद से चलने वाले वर्क कल्चर पर अपने विचार शेयर किए।
(स्रोत: भाकृनुप–राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान प्रबंध अकादमी, राजेन्द्रनगर, हैदराबाद)







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