वैज्ञानिक-किसान इंटरफेस बैठक का आयोजन

वैज्ञानिक-किसान इंटरफेस बैठक का आयोजन

5 अप्रैल 2025, हजारीबाग

झारखंड के हजारीबाग स्थित भाकृअनुप-भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान ने आज गौरिया कर्मा, बरही, हजारीबाग स्थित संस्थान परिसर में वैज्ञानिक-किसान इंटरफेस बैठक का आयोजन किया।

भाकृअनुप-आईएआरआई के निदेशक और कुलपति, डॉ. चेरुकमल्ली श्रीनिवास राव ने अतिरिक्त जिलों तथा पड़ोसी राज्यों में अधिक लोगों को लाभान्वित करने के लिए परियोजना की पहुंच का विस्तार करने के महत्व पर बल दिया। उन्होंने अपने परिवारों की पोषण संबंधी जरूरतों को पूरा करने में मदद करने के लिए किचन गार्डनिंग में प्रशिक्षण एवं सहायता प्रदान करके कृषि महिलाओं को प्राथमिकता देने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला। उन्होंने सामुदायिक स्तर पर महिला स्वयं सहायता समूह बनाने और घरेलू स्तर पर उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने की सिफारिश की। डॉ. राव ने बाजरा, दालों एवं बागवानी फसलों की खेती के महत्व पर भी जोर दिया।

मुख्य अतिथि, संयुक्त निदेशक (अनुसंधान) डॉ. सी. विश्वनाथन ने किसानों से विभिन्न भाकृअनुप  संस्थानों द्वारा विकसित नई और बेहतर तकनीकों को अपनाने और अपने कृषि ज्ञान और प्रशिक्षण को जागरूक और अद्यतन करने के लिए वैज्ञानिकों के साथ प्रभावी संपर्क स्थापित करने का आग्रह किया।

कार्यक्रम में 86 महिलाओं और 24 पुरुषों सहित कुल 110 किसानों, एफपीओ और कृषि-केन्द्रित गैर सरकारी संगठनों के 34 प्रतिनिधियों और संस्थान के 28 वैज्ञानिकों ने भाग लिया। उपस्थित लोगों ने हजारीबाग जिले के 10 ब्लॉकों के 18 गांवों का प्रतिनिधित्व किया, साथ ही पड़ोसी जिलों चतरा, कोडरमा और रामगढ़ से भी अतिरिक्त प्रतिभागी शामिल हुए।

हजारीबाग में अनुसूचित जाति के किसानों से प्राप्त फीडबैक में लागत में उल्लेखनीय बचत और फसल की पैदावार में वृद्धि पर प्रकाश डाला गया, जिसका श्रेय संस्थान द्वारा रबी, खरीफ और ग्रीष्मकालीन फसलों के लिए गुणवत्तापूर्ण बीज, बागवानी रोपण सामग्री, कृषि उपकरण और तकनीकी प्रशिक्षण के निःशुल्क प्रावधान को जाता है।

(स्रोत: भाकृअनुप-भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, हजारीबाग, झारखंड)

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