26 जून, 2025, गोवा
भाकृअनुप-केन्द्रीय तटीय कृषि अनुसंधान संस्थान, गोवा ने आज संस्थान परिसर में बांस की खेती पर फील्ड डे का आयोजन किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य क्षेत्र में बांस की खेती की संभावनाओं तथा प्रथाओं के बारे में किसानों, कृषि उत्साही और अन्य हितधारकों के बीच अधिक जागरूकता पैदा करना था।
भाकृअनुप-सीसीएआरआई में बांस की खेती 60 अलग-अलग जर्मप्लाज्म का घर है, जिन्हें महाराष्ट्र, केरल और कर्नाटक से सावधानीपूर्वक एकत्र किया गया है।

कार्यक्रम के दौरान, प्रतिभागियों ने निर्माण, सजावटी भूनिर्माण और अन्य कृषि-औद्योगिक उपयोगों के लिए उपयुक्त बांस की प्रजातियों की विस्तृत विविधता का पता लगाया।
वैज्ञानिकों ने बांस की खेती के विभिन्न पहलुओं पर अंतर्दृष्टि साझा की, जिसमें उपयुक्त प्रजातियां, वृक्षारोपण की स्थापना, टिकाऊ कटाई तकनीक और कटाई के बाद उपयोग शामिल हैं, जिसमें बांस की बहुमुखी और पर्यावरण के अनुकूल संसाधन के रूप में भूमिका पर प्रकाश डाला गया।
कुल 75 किसानों और अन्य बांस प्रेमियों ने भाग लिया तथा बेहतर आजीविका एवं पर्यावरणीय स्थिरता के लिए बांस आधारित प्रथाओं को अपनाने में गहरी रुचि व्यक्त की।
(स्रोत: भाकृअनुप-केन्द्रीय तटीय कृषि अनुसंधान संस्थान, गोवा)
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