25 नवंबर, 2025, हैदराबाद
भाकृअनुप–केन्द्रीय कृषि अनुसंधान एवं प्रबंधन संस्थान (नार्म), हैदराबाद, ने आज कृषि अनुसंधान सेवा (फोकार्स), के लिए 115 वां फाउंडेशन कोर्स का धन्यवाद ज्ञापन कार्यक्रम का आयोजन किया।

मुख्य अतिथि के तौर पर, डॉ. हिमांशु पाठक, महानिदेशक, आईसीआरआईएसएटी तथा पूर्व सचिव (डेयर) एवं महानिदेशक (भाकृअनुप), ने मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए प्रोग्राम की बड़ी संरचना की तारीफ़ की तथा प्रतिभागियों को जलजीव पालन, नवाचार एवं टिकाऊपन में राष्ट्रीय प्राथमिकता अपना योगदान देने के लिए प्ररित किया। उन्होंने युवा वैज्ञानिकों से अपने प्रोफेशन की इज्जत बनाए रखने, अपने डोमेन में रेलिवेंट बने रहने और लगातार अनलर्न, रिलर्न और लर्न करने की अपील की।अनुकूलनशीलता पर ज़ोर देते हुए, उन्होंने उन्हें नए रास्ते तलाशने और अपने पूरे करियर में पढ़ाई के एक ही एरिया तक खुद को सीमित न रखने की सलाह दी।
सम्मानित अतिथि, डॉ. वी. प्रवीण राव, कुलपति, कावेरी यूनिवर्सिटी एवं पूर्व कुलपति, पीजेटीएयू, ने फोकार्स प्रशिक्षण को युवा वैज्ञानिक के लिए एक जरूरी “ट्रांज़िशन फेज” बताया। उन्होंने प्रतिभागियों को किसानों की भलाई के लिए काम करने, मिलकर रिसर्च करने, पेटेंट पाने और तकनीकी के व्सवसायीकरण की कोशिशों को मज़बूत करने हेतु हिम्मत दी।

अपने अध्यक्षीय संबोधन में, डॉ. गोपाल लाल, निदेशक, भाकृनुप-नार्म, ने पूरे कोर्स के दौरान प्रतिभागियों की सक्रीय भागीदारी के लिए तारीफ़ की। उन्होंने उनसे केन्द्रीय कृषि अनुसंधान व्वस्य़ा में अपने करियर में आगे बढ़ने के साथ-साथ प्रगतिशील, किसान-केन्द्रीत तथा अंतर-विषयक तरीके अपनाने की अपील की।
एक्सपर्ट्स ने 115वें फोकार्स प्रोग्राम का ओवरव्यू दिया, और बताया कि इसे तीन फ़ेज़, - भाकृअनुप-नार्म में फेज़ I और III, और फेज II में पूरे भारत में 18 सेंटर्स पर छात्र का अनुभव प्रशिक्षण के तौर पर आयोजन किया गया था। बैच में 35 सब्जेक्ट्स तथा 22 राज्यों के 107 प्रतिभागियों ने शिरकत कीया।
(स्रोत: भाकृअनुप–केन्द्रीय कृषि अनुसंधान एवं प्रबंधन संस्थान, हैदराबाद)







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