27 जून, 2025, हैदराबाद
भाकृअनुप-भारतीय बाजरा अनुसंधान संस्थान, हैदराबाद ने ओडिशा के सुंदरगढ़ जिले के 25 किसानों के लिए ‘बाजरा उत्पादन, प्रसंस्करण और मूल्य संवर्धन’ पर चार दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण एवं प्रदर्शन यात्रा का सफलतापूर्वक आयोजन किया। यह कार्यक्रम 24 से 27 जून, 2025 तक आयोजित किया गया।
इस प्रशिक्षण का उद्घाटन भाकृअनुप-आईआईएमआर की निदेशक, डॉ. सी. तारा सत्यवती ने किया। उन्होंने देश भर में बाजरा को बढ़ावा देने और बाजरा मूल्य श्रृंखला को मजबूत करने के लिए संस्थान की चल रही पहलों पर जोर दिया।

इस कार्यक्रम में व्यावहारिक क्षेत्र प्रदर्शन, बाजरा प्रसंस्करण उपकरणों के साथ व्यावहारिक प्रशिक्षण और जीएमआर के फूड्स एवं पीजेटीएसएयू में बाजरा प्रसंस्करण एवं ऊष्मायन केन्द्र जैसे सफल बाजरा-आधारित उद्यमों का प्रदर्शन शामिल था। किसानों को बहु-बाजरा चिक्की, बार्नयार्ड बाजरा सेंवई, सोरघम कुकीज़ और अन्य पौष्टिक वस्तुओं सहित विभिन्न प्रकार के अभिनव बाजरा-आधारित उत्पादों से परिचित कराया गया।
समापन सत्र के दौरान, डॉ. जी. श्याम प्रसाद, निदेशक (प्रभारी) ने अन्य गणमान्य व्यक्तियों के साथ भाग लेने वाले किसानों को प्रमुख और लघु बाजरा के बीज वितरित किए। उन्होंने उन्हें बेहतर खेती के तरीकों को अपनाने और अपने समुदायों में बाजरा खेती के राजदूत के रूप में कार्य करने के लिए प्रोत्साहित किया।
यह पहल पोषण-संवेदनशील कृषि को बढ़ावा देने और पूरे भारत में बाजरा-आधारित आजीविका को बढ़ाने के लिए भाकृअनुप-आईआईएमआर के व्यापक मिशन का हिस्सा है।
(स्रोत: भाकृअनुप-भारतीय बाजरा अनुसंधान संस्थान, हैदराबाद)
फेसबुक पर लाइक करें
यूट्यूब पर सदस्यता लें
X पर फॉलो करना X
इंस्टाग्राम पर लाइक करें