25 जून, 2025, कोलकाता
भाकृअनुप-केन्द्रीय पटसन एवं समवर्गीय रेशा अनुसंधान संस्थान (क्रिजैफ), बैरकपुर, कोलकाता में आज “विकसित कृषि संकल्प अभियान पर किसानों-विशेषज्ञों का अनुभव साझा कार्यक्रम” का आयोजन विकसित कृषि संकल्प अभियान पर किसानों एवं विशेषज्ञों के अनुभव साझा करने हेतु किया गया था।
डॉ. गौरांग कर, निदेशक, भाकृअनुप-क्रिजैफ ने भी इस अभियान के दौरान हुए अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि इस तरह के कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार करने तथा इसे मूर्त रूप देने के लिए माननीय कृषि मंत्री एवं भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के महानिदेशक महोदय को कोटी-कोटी धन्यवाद है। उन्होंने बताया की इन पंद्रह दिनों के दौरान संस्थान के अंतर्गत आनेवाले चार जिलों– कूचबिहार, बांकुड़ा, बर्धमान और उत्तर 24 परगना में 17 टीमों ने 1154 गाँव के करीब 1,54,000 किसानों के साथ संपर्क, वार्तालाप तथा विचारों का आदान-प्रदान किया। साथ ही खरीफ सीजन में होनेवाले फसलों हेतु किसानों को वैज्ञानिक पद्धति अपनाने तथा भारत सरकार द्वारा चलाये जा रहे विभिन्न योजनाओं से किसानों को अवगत कराया गया।
कार्यक्रम में भाकृअनुप-क्रिजैफ के वैज्ञानिकों के साथ-साथ पाँच कृषि विज्ञान केन्द्रों (केवीके) के एस.एम.एस. (SMS) ने भी भाग लिया। कृषि विज्ञान केन्द्र, बर्धमान; कृषि विज्ञान केन्द्र, कूचबिहार; कृषि विज्ञान केन्द्र, बांकुड़ा के सभी एस॰एम॰एस॰ ने इसमें ऑनलाइन भाग लेकर अपने विचार एवं अनुभव किसानों से साझा किया। कार्यक्रम में उपस्थित किसानों ने इस अभियान की भूरी-भूरी प्रशंसा की और कहा की इस अभियान के माध्यम से उन्हें नई जानकारी के साथ-साथ योजनाओं के बारे में भी विस्तार से जानकारी मिली, जिससे लाभ प्राप्त करना अब आसान होगा।
निदेशक की अध्यक्षता में हुए इस कार्यक्रम में करीब 55 कृषकों और 50 विशेषज्ञों ने भाग लिया। वैज्ञानिकों ने अभियान से प्राप्त अनुभव को साझा करते हुए कहा कि इस दौरान किसानों से संपर्क, वार्तालाप तथा अनुभव को साझा करने का मौका मिला और बताया कि इस अभियान ने उन्हें किसानों की समस्याओं को नजदीक से समझने का मौका दिया।
(स्रोतः भाकृअनुप-केन्द्रीय पटसन एवं समवर्गीय रेशा अनुसंधान संस्थान, बैरकपुर)
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