8 जनवरी, 2024, श्रीनिकेतन
कृषि पद्धतियों को मजबूत करने की दिशा में एक परिवर्तनकारी कदम आज रथिन्द्र कृषि विज्ञान केन्द्र (आरकेवीके, विश्व भारती, बीरभूम) में ‘उर्वरक डीलरों के लिए एकीकृत पोषक तत्व प्रबंधन’ पर 15 दिवसीय आवासीय प्रमाणपत्र पाठ्यक्रम के उद्घाटन के साथ केन्द्र में आया। आरकेवीके, बीरभूम, फर्टिलाइजर एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एफएआई) - पूर्वी क्षेत्र (एफएआई-ईआर), कोलकाता और भाकृअनुप-कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान, कोलकाता के बीच संयुक्त प्रयास का उद्देश्य उर्वरक अनुप्रयोग तथा मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन में आवश्यक तकनीकी विशेषज्ञता के साथ कृषि-इनपुट डीलरों को सशक्त बनाना है।
विश्व भारती के कुलपति, डॉ. विनय कुमार सरेन ने इस बात पर जोर दिया कि यह कार्यक्रम अपने उद्देश्य को पूरा करने के लिए सही समय पर है, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि डीलर्स सूचनाप्रद, विज्ञान-आधारित सिफारिशें देने के लिए समुचित रूप से सुसज्जित हों।
भाकृअनुप-अटारी के निदेशक, डॉ. प्रदीप डे ने किसानों को सटीक मार्गदर्शन प्रदान करने के लिए एकीकृत पौध पोषक तत्व प्रबंधन के बारे में उर्वरक डीलरों के बीच तकनीकी ज्ञान के महत्व पर जोर दिया। डॉ. डे ने यह भी कहा कि प्रशिक्षण कार्यक्रम को सरकारी लक्ष्यों के साथ संरेखित करने और उर्वरक डीलरों को विश्वसनीय सलाहकार के रूप में सशक्त बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जो दूरदराज के इलाकों में टिकाऊ प्रथाओं और मृदा स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है।
कार्यक्रम में पश्चिम बंगाल राज्य सहकारी विपणन संघ लिमिटेड के लगभग 30 उत्साही प्रतिभागियों ने भाग लिया।
(स्रोत: भाकृअनुप-कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान, कोलकाता)
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