श्री विश्वास सारंग और श्री दर्शन सिंह चौधरी ने पीएम-किसान की 20वीं किस्त जारी करने के कार्यक्रम में लिया भाग

श्री विश्वास सारंग और श्री दर्शन सिंह चौधरी ने पीएम-किसान की 20वीं किस्त जारी करने के कार्यक्रम में लिया भाग

2 अगस्त, 2025, भोपाल

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा वाराणसी से प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 20वीं किस्त जारी करने के उपलक्ष्य में, भाकृअनुप-भारतीय मृदा विज्ञान संस्थान, भोपाल में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

Shri Vishwas Sarang and Shri Darshan Singh Choudhary Attend PM-KISAN 20th Installment Release Programme

अपने संबोधन में, प्रधानमंत्री ने किसान कल्याण के प्रति भारत सरकार की दृढ़ प्रतिबद्धता की पुष्टि की और पारदर्शिता सुनिश्चित करने तथा बिचौलियों को खत्म करने में प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण के महत्व पर प्रकाश डाला। इस किस्त के तहत, 9.7 करोड़ से अधिक किसानों को सीधे उनके बैंक खातों में कुल ₹20,500 करोड़ प्राप्त हुए। फरवरी 2019 में इस योजना की शुरुआत के बाद से, 19 पिछली किश्तों के माध्यम से ₹3.69 लाख करोड़ से अधिक की राशि वितरित की जा चुकी है, जिससे देश भर के छोटे और सीमांत किसानों को महत्वपूर्ण आय सहायता मिली है।

मध्य प्रदेश सरकार के खेल एवं युवा मामले एवं सहकारिता मंत्री, श्री विश्वास सारंग ने इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की।

श्री दर्शन सिंह चौधरी, सांसद और श्री नीतिराज पटेल, सदस्य, संस्थान प्रबंधन समिति ने विशेष अतिथि के रूप में कार्यक्रम में भाग लिया।

डॉ. मनोरंजन मोहंती, निदेशक, भाकृअनुप-आईआईएसएस ने गणमान्य व्यक्तियों और प्रतिभागियों का स्वागत किया और सतत मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन तथा किसान संपर्क में संस्थान के योगदान को रेखांकित किया।

कार्यक्रम के एक भाग के रूप में, स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत किसानों को वर्मीबेड वितरित किया गया, जिससे अपशिष्ट से संपदा तक सतत प्रथाओं को बढ़ावा मिला। प्रयोगशाला में परीक्षण किये गये मृदा मापदंडों के आधार पर विकसित मृदा स्वास्थ्य कार्ड भी वितरित किया गया ताकि किसानों में आदानों के विवेकपूर्ण उपयोग एवं सतत मृदा प्रबंधन के बारे में जागरूकता पैदा की जा सके।

 

Shri Vishwas Sarang and Shri Darshan Singh Choudhary Attend PM-KISAN 20th Installment Release Programme

इस कार्यक्रम में 120 किसानों, वैज्ञानिकों, अधिकारियों तथा हितधारकों सहित 300 से अधिक लोगों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। यह कार्यक्रम नवाचार, समावेशन और निवेश के माध्यम से भारतीय कृषि में बदलाव लाने के सरकार के दृष्टिकोण को सुदृढ़ करने के लिए एक मंच के रूप में कार्य किया।

(स्रोत: भाकृअनुप-भारतीय मृदा विज्ञान संस्थान, भोपाल)

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