26 फरवरी - 1 मार्च, 2024, हैदराबाद
एससी उपयोजना के अंतर्गत भाकृअनुप-केन्द्रीय शुष्क भूमि कृषि अनुसंधान संस्थान, हैदराबाद में 26 फरवरी से 1 मार्च, 2024 तक 'आय एवं आजीविका सुरक्षा बढ़ाने हेतु प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन प्रौद्योगिकियां' विषय पर किसानों के लिए पांच दिवसीय कौशल विकास कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

मुख्य अतिथि, डॉ. एस.के. बल, निदेशक (प्रभारी), भाकृअनुप-क्रीडा, हैदराबाद ने विभिन्न वर्षा आधारित प्रौद्योगिकियों के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने उत्पादकता बढ़ाने के लिए कौशल विकास की आवश्यकता पर बल दिया।
समापन सत्र के मुख्य अतिथि, डॉ. वी.के. सिंह, निदेशक, भाकृअनुप-क्रीडा ने किसानों से आग्रह किया कि वे अर्जित ज्ञान को अपने खेतों में लागू करें तथा इसे आसपास के किसानों तक पहुँचाएं। बाद में, मुख्य अतिथि ने प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किए।
एससीएसपी के नोडल अधिकारी, डॉ. टी.वी. प्रसाद ने समापन सत्र के दौरान प्रशिक्षण कार्यक्रम की संक्षिप्त जानकारी दी।
प्रशिक्षण में कृषि के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई, जिनमें प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन, मशीनीकरण, श्रम-कठोरता में कमी, ड्रोन का उपयोग, फसल प्रबंधन, मूल्य संवर्धन, बाजरा जागरूकता, वर्षा जल प्रबंधन, फसल विविधीकरण, आय वृद्धि एवं आजीविका सुरक्षा में पशुधन की भूमिका शामिल है।
मंचेरियल जिले के कोटापल्ली मंडल के कोंडामपेट गांव के लगभग 20 अनुसूचित जाति के किसानों ने इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लिया।
(स्रोत: भाकृअनुप-केन्द्रीय शुष्क भूमि कृषि अनुसंधान संस्थान, हैदराबाद)







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