पोल्ट्री के वैज्ञानिक प्रबंधन पर पोल्ट्री वितरण-सह-जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन

पोल्ट्री के वैज्ञानिक प्रबंधन पर पोल्ट्री वितरण-सह-जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन

3-4 मार्च, 2024, विजयनगरम

भाकृअनुप-केन्द्रीय तटीय कृषि अनुसंधान संस्थान (सीसीएआरआई), गोवा ने अनुसूचित जनजाति योजना के तहत कृषि विज्ञान केन्द्र, विजयनगरम के सहयोग से 3- 4 मार्च, 2024 को आंध्र प्रदेश के विजयनगरम जिले के आदिवासी गांवों में बैकयार्ड पोल्ट्री के वैज्ञानिक प्रबंधन पर एक पोल्ट्री वितरण-सह-जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया।

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डॉ. टी.एस.एस.के. पात्रो, कार्यक्रम समन्वयक, भाकृअनुप-केवीके ने इनपुट वितरण कार्यक्रम का उद्घाटन किया तथा किसानों से वैज्ञानिक मुर्गी पालन करने का आग्रह किया।

डॉ. उधारवार संजय कुमार विट्ठलराव, एसएमएस (पशु विज्ञान) ने अजोला की खेती के तरीकों का प्रदर्शन किया, जिससे भाकृअनुप द्वारा विकसित उन्नत बैकयार्ड पोल्ट्री पक्षियों के बारे में जागरूकता प्रदान की गई साथ ही क्षेत्र स्तर की चुनौतियों को समझने के लिए प्रतिभागियों के साथ बातचीत की।

डॉ. अनु, जी., विषय वस्तु विशेषज्ञ (पशु विज्ञान) ने बैकयार्ड के पोल्ट्री पक्षियों के वैज्ञानिक आहार, आवास और अन्य प्रबंधन प्रथाओं के बारे में जानकारी दी।

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कार्यक्रम के दौरान, डॉ. उधारवार संजयकुमार विट्ठलराव, विषय वस्तु विशेषज्ञ (पशु विज्ञान), और सह-नोडल अधिकारी, एससीएसपी, और डॉ. आर. सोलोमन राजकुमार, वरिष्ठ वैज्ञानिक तथा नोडल अधिकारी, आंध्र प्रदेश भी उपस्थित थे।

प्रतिभागियों को ग्रामप्रिया, श्रीनिधि, कड़कनाथ और वनराजा के एक महीने के बैकयार्ड पालन के लिए पोल्ट्री पक्षी दिए गए, तथा विभिन्न गांवों में किसानों के पोल्ट्री फार्म गतिविधियों की निगरानी के लिए क्षेत्र का दौरा आयोजित किया गया।

कार्यक्रम में विभिन्न संगठनों के आदिवासी समुदायों से संबंधित कुल 130 किसानों एवं कृषक महिलाओं ने भाग लिया।

(स्रोत: भाकृअनुप-केन्द्रीय तटीय कृषि अनुसंधान संस्थान, गोवा)

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