9 अप्रैल, 2019, हैदराबाद
आचार्य एन. जी. रंगा कृषि विश्वविद्यालय (ANGRAU) के 45 स्नातक छात्रों के दूसरे बैच के लिए 'उद्यमिता कौशल विकास' पर 21 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आज संपन्न हुआ।
राष्ट्रीय कृषि उच्च शिक्षा परियोजना (NAHEP)-संस्थागत विकास योजना (IDP) के तहत प्रशिक्षण कार्यक्रम 20 मार्च से 9 अप्रैल, 2019 तक आयोजित किया गया था।
श्रीमती वी. उषा रानी, महानिदेशक, एमएएनएजीई, हैदराबाद ने बतौर मुख्य अतिथि छात्र प्रशिक्षुओं से अपने जीवन में नवीनता लाने और उद्यमी की सुविधाओं को प्राप्त करने का आग्रह किया, चाहे वह सरकारी सेवा, निजी नौकरी या व्यवसाय में हो।
डॉ. पीटर कारबेरी, महानिदेशक, आईसीआरआईएसएटी ने छात्रों को देश में छोटे शेयरधारकों को परेशान करने वाली समस्याओं के समाधान हेतु उद्यमशीलता की यात्रा के लिए प्रोत्साहित किया।
कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य स्नातक छात्रों के व्यावहारिक कौशल को बढ़ाने के साथ-साथ उन्हें उद्यमी कौशल प्रदान करना था।
छात्रों को 10 सफल एग्रीप्रीनियर्स के साथ बातचीत करने के अवसर भी प्रदान किए गए, जिन्होंने व्यवसाय की शुरूआत के अपने मूल्यवान अनुभवों को साझा किया। फलों और सब्जी बाजार के दौरे के अलावा हैदराबाद और उसके आसपास के 100 से अधिक किसानों के साथ स्टार्ट-अप उद्यम से संबंधित साक्षात्कार लिए गए, छात्रों ने एआईपी और आई-हब, आईसीआरआईएसएटी के बिजनेस इन्क्यूबेटर्स (अंडे सेने की मशीन) का भी दौरा किया।
युवा उद्यमियों को उद्यमी नवाचारों के अवसरों से लाभान्वित होने में होने वाली समस्याओं की पहचान करने के अवसर प्रदान किए गए और उनकी परिकल्पना को मान्य करने के लिए उनकी टीम के साथ काम किया गया।
आचार्य एन. जी. रंगा कृषि विश्वविद्यालय के तहत 5 विभिन्न परिसरों से बीएससी के अंतिम वर्ष के छात्रों कृषि/कृषि इंजीनियरिंग के बैच से 33 लड़कियों और 12 लड़कों ने कार्यक्रम में भाग लिया।
(स्रोत: भाकृअनुप-नार्म, हैदराबाद)
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