जनजातीय किसानों के बीच ‘फसल अनुक्रिया के साथ मिट्टी की जांच’ हेतु मृदा की जांच पर आधारित संतुलित उर्वरक अनुप्रयोग के महत्व को प्रचलित करने के लिए दिनांक 16 जून, 2015 को अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजना – फसल अनुक्रिया के साथ मिट्टी की जांच की जनजातीय उपयोजना के तहत एक क्षमता विकास व प्रक्षेत्र दिवस का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन दीर्घावधि उर्वरक परीक्षणों पर अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजना के साथ सहयोग करके पुरानी पोड, बीआर हिल्स (चामराजनगारा जिला) में किया गया।
किसानों को मृदा परीक्षण तथा फसल उत्पादन के लिए संतुलित उर्वरीकरण व मृदा के स्वास्थ्य को बनाये रखने के विभिन्न पहलुओं पर प्रशिक्षण दिया गया। जनजातीय किसानों में अठानवे मृदा स्वास्थ्य कार्ड के साथ-साथ बीज और उर्वरक सामग्री भी वितरित की गई।
चामराजनगारा जिले के पुरानी पोड तथा बीआर हिल्स के कल्याणी पोड गांवों से सैलिगाज जनजातीय किसानों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया ।
(स्रोत : मृदा परीक्षण फसल अनुक्रिया पर अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजना)
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