29 जून, 2015, रोपड़, पंजाब
कृषि विज्ञान केन्द्र, रोपड़ में एक किसान – वैज्ञानिक व मधुमक्खी पालकों की एक पारस्परिक बैठक आयोजित की गई जिसमें मधुमक्खी पालकों, सब्जी उत्पादकों और मधुमक्खी कोर्स के प्रशिक्षुओं ने भाग लिया। किसानों द्वारा उत्पन्न शहद और सब्जियों की एक प्रदर्शनी भी लगाई गई। डॉ. वी.एन. शारदा ने प्रदर्शनी का अवलोकन किया और सब्जी उत्पादकों तथा मधुमक्खी पालकों से बातचीत की तथा उन्हें अपने उत्पादों की गुणवत्ता, मूल्यवर्धन और मार्केटिंग के बारे में मूल्यवान सुझाव दिए।
अपने संबोधन में डॉ. वी.एन. शारदा ने किसानों को अपने उत्पादों का मूल्यवर्धन करके और बाजारों की समुचित समझ हासिल करके अपनी आमदनी को बढ़ाने की सलाह दी। इन्होंने किसानों के साथ अपने निजी अनुभवों को भी बांटा। इन्होंने इस बात पर बल दिया कि कृषि में लंबे समय तक सुधार लाने के लिए विभिन्न संस्थानों और हितधारकों से लेकर नीति निर्माताओं और किसानों के बीच अनुकूल तालमेल होना चाहिए। प्रगतिशील मधुमक्खी पालकों ने वैज्ञानिकों तथा किसानों के साथ अपने अनुभवों को साझा किया।
डॉ. शारदा ने मधुमक्खी पालन पाठयक्रम में भाग लेने वाले प्रशिक्षुओं को प्रमाणपत्र एवं किट का वितरण किया। डॉ. शारदा ने कृषि विज्ञान केन्द्र, रोपड़ द्वारा प्रशिक्षित किए गए उद्यमी के यहां भी दौरा किया।
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