नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति, अल्मोड़ा के तत्वाधान में हिन्दी कार्यशाला का आयोजन

नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति, अल्मोड़ा के तत्वाधान में हिन्दी कार्यशाला का आयोजन

28 अक्टूबर, 2025, अल्मोड़ा

भाकृअनुप-विवेकानन्द पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (वीपीकेएएस), अल्मोड़ा में आज नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति (नराकास), अल्मोड़ा के तत्वाधान में ऑनलाइन हिन्‍दी कार्यशाला का आयोजन संस्थान के निदेशक तथा नराकास के अध्यक्ष, डॉ. लक्ष्मी कान्त की अध्यक्षता में संपन्न हुआ।

   

इस कार्यशाला के मुख्य वक्ता, श्री संजय कुमार यादव, हिन्‍दी अधिकारी, भारतीय स्टेट बैंक, रहे। श्री यादव ने अपने व्‍याख्‍यान में नराकास से संबंधित छमाही रिपोर्ट के सभी 21 बिंदुओं यथा, छमाही के दौरान राजभाषा अधिनियम 1963 की धारा 3 (3) के अंतर्गत जारी कागजात, छमाही में हिन्दी में प्राप्त पत्र राजभाषा नियम 5, छमाही में अंग्रेजी में प्राप्त पत्रों के उत्‍तर हिन्‍दी में दिए जाने की स्थिति, मूल पत्रों का ब्यौरा, फाइलों/दस्‍तावेजों पर लिखी टिप्‍पणियां, आयोजित हिन्‍दी कार्यशालाएं, विभागीय राजभाषा समिति की आयोजित बैठकें, राजभाषा नियम 10 (4) के अन्तर्गत अधिसूचना का विवरण, अधिकारियों/कर्मचारियों को राजभाषा हिन्‍दी का ज्ञान, हिन्‍दी आशुलिपि एवं टंकण का ज्ञान, अनुवाद का ज्ञान, हिन्‍दी में कम्‍प्‍यूटर प्रशिक्षण, कम्‍प्‍यूटर प्रशिक्षण, कोड मैनुअल इत्‍यादि का विवरण, पत्रिकाओं का प्रकाशन, हिन्‍दी पुस्तकों की खरीद पर व्‍यय, कर्मचारियों द्वारा हिन्‍दी में कार्य, हिन्‍दी के पद, वेबसाइट की जानकारी तथा राजभाषा नीति के कार्यान्‍वयन से सम्‍बन्धित विशिष्‍ट उपलब्धियां पर विस्‍तृत एवं रोचक जानकारी दी।

इससे पूर्व, डॉ. लक्ष्‍मी कान्‍त, निदेशक, वीपीकेएएस एवं अध्यक्ष नराकास द्वारा श्री यादव एवं सभी प्रतिभागियों का स्वागत कर उन्‍हें नराकास अल्मोड़ा की जानकारी तथा संस्‍थान में हो रही हिन्‍दी की प्रगामी प्रगति की जानकारी दी गयी। डॉ. कान्त ने कहा कि आज हिन्दी का प्रयोग हर क्षेत्र में काफी सरल हो गया है। अतः सभी सदस्य कार्यालयों को राजभाषा विभाग द्वारा निर्धारित लक्ष्यों को पूर्ण करना चाहिए। साथ ही यह कार्यशाला सभी सदस्य कार्यालयों को तिमाही व छमाही राजभाषा रिपोर्ट भरने में सहायक सिद्ध होगी।

अल्मोड़ा नगर के केन्द्रीय सरकार के विभागों, कार्यालयों, उपक्रमों, सशस्त्र बलों तथा राष्ट्रीयकृत बैंकों के अधिकारियों एवं प्रतिनिधियों तथा राजभाषा समिति के सभी सदस्‍य भी इस कार्यशाला में वर्चुअली जुड़े।

(स्रोतः भाकृअनुप-विवेकानन्द पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, अल्मोड़ा)

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