30 जून, 2025, बरेली
भाकृअनुप-भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (आईवीआरआई), इज्जतनगर, बरेली के 11वें दीक्षांत समारोह का आज आयोजन किया गया। इस समारोह की मुख्य अतिथि, माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु थीं।
इस अवसर पर, श्रीमती आनंदीबेन पटेल, राज्यपाल, उत्तर प्रदेश, श्री संतोष गंगवार, राज्यपाल, झारखंड, श्री योगी आदित्यनाथ, मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश, श्री शिवराज सिंह चौहान, कृषि व किसान कल्याण तथा ग्रामीण विकास मंत्री, श्री भागीरथ चौधरी, केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री, डॉ. मांगी लाल जाट, सचिव (डेयर) एवं महानिदेशक (आईसीएआर), डॉ. राघवेन्द्र भट्टा, उप-महानिदेशक (पशु विज्ञान), आईसीएआर, डॉ. त्रिवेणी दत्त, निदेशक एवं कुलपति, भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान, उपस्थित थे।
दीक्षांत समारोह के दौरान छात्रों को उपाधियां प्रदान करने के साथ–साथ संस्थान द्वारा 2 डॉक्टरेट ऑफ साइंस (मानद) उपाधियाँ भी प्रदान की गईं। जिसमें, डॉ. मांगी लाल जाट, सिस्टम एग्रोनॉमिस्ट तथा सचिव (डेयर) एवं महानिदेशक (आईसीएआर), भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली तथा डॉ. प्रदीप कुमार जोशी, प्रोफेसर, आईवीआरआई डीम्ड यूनिवर्सिटी को उनके उत्कृष्ट और सराहनीय योगदान के लिए डॉक्टरेट ऑफ साइंस की (मानद) उपाधि प्रदान की गई।
डॉ. जाट राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान, शिक्षा एवं विस्तार प्रणाली (एनएआरईईएस) का नेतृत्व करते हैं, जो सबसे बड़े वैश्विक नेटवर्क में से एक है, साथ ही कृषि अनुसंधान, शिक्षा, नवाचार और नीति में रणनीतिक पहलों का संचालन भी शामिल है। इस महत्वपूर्ण भूमिका से पहले, डॉ. जाट अगस्त, 2022 से हैदराबाद के अर्ध-शुष्क उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों के लिए अंतर्राष्ट्रीय फसल अनुसंधान संस्थान (आईसीआरआईएसएटी) में उप-महानिदेशक (अनुसंधान) और वैश्विक अनुसंधान कार्यक्रम के निदेशक भी रहे हैं।
प्रो. जोसी केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय (सीएयू), इम्फाल, मणिपुर और प्राग्ज्योतिषपुर विश्वविद्यालय, गुवाहाटी, असम के कुलाधिपति भी हैं। चार दशकों से अधिक के शानदार करियर के साथ, प्रो. जोशी ने देश में उच्च शिक्षा, शैक्षिक सुधार और सार्वजनिक सेवाओं में भर्ती के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान दिया है। मई 2015 से आयोग के सदस्य होने के बाद, उन्होंने अगस्त 2020 से अप्रैल 2022 तक संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया। इससे पहले, वे छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोगों के अध्यक्ष भी रहे हैं।
इस अवसर पर, संस्थान के पूर्व निदेशकगण, विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपति, प्रबन्धन मंडल एवं शैक्षणिक परिषद के समस्त सदस्य; विभिन्न संस्थानों के निदेशकगण, संयुक्त निदेशक गण, समस्त संकाय सदस्य, छात्र-छात्राएं एवं उनके अभिभावक शामिल हुए।
(स्रोतः भाकृअनुप-भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान, इज्जतनगर)
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