13 सितंबर, 202, नई दिल्ली
खाद्य विज्ञान एवं कटाई-पश्चात प्रौद्योगिकी विभाग ने भाकृअनुप-भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (भाकृअनुप-आईएआरआई) की जेडटीएम-बीपीडी इकाई के सहयोग से 8 से 13 सितंबर, 2025 तक "एग्रीटेक स्टार्टअप्स के लिए खाद्य प्रसंस्करण में नवीनतम अवसर" विषय पर छह दिवसीय कृषि उद्यमी प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया।

कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए, डॉ. श्रीनिवास राव, निदेशक, भाकृअनुप-आईएआरआई ने कृषि उत्पादकता बढ़ाने, कटाई-पश्चात नुकसान को कम करने और किसानों के लिए उचित एवं पारदर्शी बाजार पहुँच सुनिश्चित करने में एग्रीटेक स्टार्टअप्स की परिवर्तनकारी क्षमता पर प्रकाश डाला। उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि इस तरह के नवाचार एक टिकाऊ और लचीली कृषि अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान देंगे। इस अवसर पर, खाद्य उद्यमियों और स्टार्टअप्स के लिए एक प्रशिक्षण नियमावली का विमोचन किया गया।
समापन सत्र की अध्यक्षता, डॉ. विश्वनाथन चिन्नुसामी, संयुक्त निदेशक (अनुसंधान), भाकृअनुप-आईएआरआई ने की, जिन्होंने खाद्य एवं पोषण सुरक्षा को सुदृढ़ करने, किसानों की आय में सुधार लाने और राष्ट्रीय आर्थिक विकास में खाद्य प्रसंस्करण की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला।
इस कार्यक्रम में विविध शैक्षिक तथा क्षेत्रीय पृष्ठभूमि वाले 12 राज्यों के 33 उम्मीदवारों (30 पुरुष और 3 महिला) ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। पाठ्यक्रम में उभरती खाद्य प्रसंस्करण तकनीकों को शामिल किया गया, जिनमें एक्सट्रूज़न, नैनोसेल्यूलोज़ निष्कर्षण, कोल्ड प्लाज्मा, माइक्रोवेव-सहायता प्राप्त प्रसंस्करण, ओजोनेशन और यूवी प्रसंस्करण शामिल हैं, जो खाद्य सुरक्षा, गुणवत्ता और पोषण में सुधार के लिए आशाजनक अनुप्रयोग प्रदान करते हैं।

खाद्य विज्ञान और कटाई-पश्चात प्रौद्योगिकी विभाग के संकाय द्वारा विशेषज्ञ व्याख्यान, व्यावहारिक प्रशिक्षण एवं संवादात्मक सत्र आयोजित किया गया। प्रतिभागियों ने सोनीपत के अटेरना स्थित एक खाद्य प्रसंस्करण इकाई का भी दौरा किया और आधुनिक प्रसंस्करण तकनीकों के औद्योगिक अनुप्रयोगों का क्षेत्र-स्तरीय अनुभव प्राप्त किया।
(स्रोत: भाकृअनुप-भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, नई दिल्ली)
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