ज्वार और बाजरा के लिए एआईसीआरपी तथा भाकृअनुप-भारतीय श्री अन्न अनुसंधान संस्थान, हैदराबाद ने कॉलेज ऑफ फॉरेस्ट्री, पोन्नमपेट, यूएएस, मांड्या के सहयोग से कैंपस के कोडगु एग्रीबिजनेस इनक्यूबेशन सेंटर में एक बाजरा बेकरी और बाजरा रोटी यूनिट स्थापित की। बाजरा के उपयोग को बढ़ाने के लिए महिला सदस्यों के लिए एक जागरूकता सह बाजरा प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। ज्वार के लिए एआईसीआरपी और श्री अन्न के टीएसपी घटक के तहत यह पहल, फॉरेस्ट्री कॉलेज के छात्रों, किसानों के बीच पौष्टिक श्री अन्न-आधारित खाद्य पदार्थों की खपत को बढ़ावा देने की दिशा में एक अभिनव कदम है, जबकि एक इनक्यूबेशन-संचालित उद्यमशील वातावरण के माध्यम से व्यावहारिक बाजरा मूल्य-संवर्धन प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन किया जा रहा है।

यह यूनिट हॉस्टल की रसोई में बाजरा-आधारित आहार को एकीकृत करने और छात्रों को उनके दैनिक भोजन के हिस्से के रूप में स्वस्थ एवं पोषक तत्वों से भरपूर विकल्प प्रदान करने के लिए शुरू की गई थी। डॉ. लक्ष्मी बालागनूरमठ, सहायक प्रोफेसर और परियोजना के प्रधान अन्वेषक के प्रयासों से, दोपहर के भोजन के दौरान हॉस्टल के छात्रों को ज्वार की रोटियां देकर इसकी शुरुआत की गई। छात्रों के बीच सकारात्मक प्रतिक्रिया और बढ़ती लोकप्रियता से प्रोत्साहित होकर, इस पहल ने तेजी से अपने उत्पाद पोर्टफोलियो का विस्तार किया जिसमें फिंगर मिलेट केक, बाजरा बिस्कुट, बाजरा चिक्की और विभिन्न प्रकार के श्री अन्न-आधारित बेक्ड स्नैक्स शामिल हैं। ये उत्पाद बाजरा का उपयोग करके बनाए जाते हैं, जो उच्च पोषण मूल्य, ताजगी और क्षेत्रीय कृषि के लिए समर्थन सुनिश्चित करते हैं।
हॉस्टल समुदाय से परे, कोडगु एग्रीबिजनेस इनक्यूबेशन सेंटर में श्री अन्न बेकरी और रोटी यूनिट ने कैंपस इकोसिस्टम में व्यापक मूल्य जोड़ा है। यह छात्रों और इच्छुक कृषि उद्यमियों के लिए श्री अन्न प्रसंस्करण, बेकिंग और उद्यमिता में व्यावहारिक प्रशिक्षण के अवसर एवं कौशल विकास प्रदान करता है। यह पहल स्थानीय बाजरा उत्पादकों के लिए स्थिर मांग भी सुनिश्चित करती है, जिससे स्थानीय मूल्य श्रृंखला मजबूत होती है और जलवायु-अनुकूल कृषि को समर्थन मिलता है। इसके अलावा, यह इनक्यूबेशन-आधारित मॉडल स्कूलों, सामुदायिक संगठनों, एफपीओ और श्री अन्न-आधारित खाद्य प्रणालियों को अपनाने में रुचि रखने वाले उद्यमों के लिए एक प्रदर्शन मंच के रूप में कार्य करता है।

ज्वार और बाजरा पर एआईसीआरपी, भाकृअनुप-आईआईएमआर, हैदराबाद, और कॉलेज ऑफ़ फॉरेस्ट्री, पोन्नमपेट के बीच मजबूत साझेदारी के ज़रिए, यह पहल शैक्षणिक संस्थानों में पोषण-केन्द्रित तथा टिकाऊपन-आधारित खाद्य हस्तक्षेपों के लिए एक रोल मॉडल बन गई है। बाजरा बेकरी तथा रोटी यूनिट न केवल युवा दिमागों और शरीरों को पोषण दे रही है, बल्कि श्री अन्न की साधारण शक्ति से नवाचार, आत्मनिर्भरता एवं सामुदायिक कल्याण की संस्कृति को भी बढ़ावा दे रही है।
(स्रोत: भाकृअनुप-भारतीय श्री अन्न अनुसंधान संस्थान, हैदराबाद)







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