गुलाब पर जैव-प्रभावकारिता परीक्षणों के लिए भाकृअनुप-डीएफआर ने बायर क्रॉप साइंस लिमिटेड के साथ समझौता ज्ञापन पर किया हस्ताक्षर

गुलाब पर जैव-प्रभावकारिता परीक्षणों के लिए भाकृअनुप-डीएफआर ने बायर क्रॉप साइंस लिमिटेड के साथ समझौता ज्ञापन पर किया हस्ताक्षर

18 जुलाई, 2025, पुणे

भाकृअनुप-पुष्प कृषि अनुसंधान निदेशालय, पुणे ने गुलाब की खेती में कीटनाशक जैव-प्रभावकारिता पर सहयोगात्मक अनुबंध अनुसंधान करने हेतु बायर क्रॉप साइंस लिमिटेड के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किया है।

आज हस्ताक्षरित यह समझौता ज्ञापन "खुले खेत में गुलाबों पर आक्रमण करने वाले थ्रिप्स और माइट्स के विरुद्ध स्पिडॉक्सामैट 36 ग्राम/लीटर + एबामेक्टिन 18 ग्राम/लीटर ओडी फॉर्मूलेशन की विषाक्तता का मूल्यांकन" नामक एक संयुक्त परियोजना को औपचारिक रूप देता है।

इस समझौते पर डॉ. के. वी. प्रसाद, निदेशक, भाकृअनुप-डीएफआर और डॉ. प्रफुल्ल मालथंकर और डॉ. संग्राम वाघचौरे, प्रतिनिधि, बायर क्रॉप साइंस लिमिटेड ने हस्ताक्षर किए।

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समझौते की शर्तों के तहत, भाकृअनुप-डीएफआर गुलाब के प्रमुख कीटों, विशेष रूप से थ्रिप्स और माइट्स को नियंत्रित करने में स्पाइडोक्सामैट + एबामेक्टिन फॉर्मूलेशन की प्रभावशीलता का आकलन करने के लिए दो वर्षीय ओपन-फील्ड अध्ययन करेगा। अध्ययन में गुलाब कृषि पारिस्थितिकी तंत्र के भीतर लाभकारी प्राकृतिक शत्रुओं पर फॉर्मूलेशन के संभावित प्रभाव का भी मूल्यांकन किया जाएगा।

इस सहयोग से पुष्प-कृषि के लिए स्थायी कीट प्रबंधन रणनीतियों में मूल्यवान वैज्ञानिक अंतर्दृष्टि प्राप्त होने की उम्मीद है, जिसका उद्देश्य पारिस्थितिक संतुलन को बनाए रखते हुए फसल स्वास्थ्य और उत्पादकता में सुधार पर केन्द्रित होगा।

(स्रोत: भाकृअनुप-पुष्प कृषि अनुसंधान निदेशालय, पुणे)

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