1 मार्च, 2024, संबलपुर
भाकृअनुप-राष्ट्रीय मृदा सर्वेक्षण एवं भूमि उपयोग नियोजन ब्यूरो, क्षेत्रीय केन्द्र, कोलकाता, ने आज विश्व बैंक द्वारा वित्त पोषित, ओडिशा के संबलपुर जिले के जुजोमुरा ब्लॉक के जमोलाई सूक्ष्म-जलग्रहण क्षेत्र में सतत आजीविका हेतु फसल नियोजन को अनुकूलित करने हेतु 'अपने एलआरआई कार्ड जानें' विषय पर एक क्षमता-सह-प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया।

डॉ. एफ.एच. रहमान, प्रमुख, एनबीएसएस एवं एलयूपी, क्षेत्रीय केन्द्र, कोलकाता और क्षेत्रीय समन्वयक, कृषि लचीलेपन हेतु जलग्रहण क्षेत्र का पुनरुद्धार, नवीन विकास के माध्यम से, ओडिशा ने पिछले दो वर्षों में एलआरआई कार्ड बनाने की भाकृअनुप-एनबीएसएस एवं एलयूपी टीम की यात्रा के बारे में संक्षिप्त जानकारी दी, जिसमें आधार मानचित्र तैयार करने से लेकर भू-सत्यापन तथा आर्द्र रसायन विश्लेषण और अंततः वांछित एलआरआई परिणाम प्राप्त करने की दिशा में जीआईएस-आधारित संचालन शामिल हैं।
डॉ. एस. बंद्योपाध्याय, प्रधान अन्वेषक, रिवार्ड, ओडिशा, ने प्रशिक्षु अधिकारियों को एलआरआई कार्डों की सरल समझ का प्रदर्शन किया। कृषक समुदाय को शीघ्र ही ओड़िया प्रारूप में एलआरआई कार्ड प्रदान किए जाएंगे।
डॉ. एस. श्रीचंदन, प्रमुख, भाकृअनुप-कृषि विज्ञान केन्द्र, संबलपुर, श्री एच. सेठ, परियोजना निदेशक, जलग्रहण विकास, संबलपुर और डॉ. टी. नंदा, एडीएससी एवं प्रधान अन्वेषक, रिवार्ड कार्यक्रम, संबलपुर, कार्यक्रम में उपस्थित थे।
कार्यक्रम का समापन सदन की ओर से कृषक समुदाय की आजीविका को कई गुना बढ़ाने की आकांक्षा के साथ हुआ।
कार्यक्रम में जुजोमुरा ब्लॉक के 45 किसानों सहित लगभग 75 प्रतिभागी उपस्थित थे।
(स्रोत: भाकृअनुप-राष्ट्रीय मृदा सर्वेक्षण एवं भूमि उपयोग नियोजन ब्यूरो, क्षेत्रीय केन्द्र, कोलकाता)







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