17 अक्टूबर, 2022, अल्मोड़ा
भाकृअनुप-विवेकानन्द पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के अल्मोड़ा परिसर में आज कृषि एवं कृषि कल्याण मंत्रालय के एग्री स्टार्टअप कॉन्क्लेव एवं प्रधानमंत्री किसान सम्मान सम्मेलन का सीधा प्रसारण किया गया। जिसका उद्देश्य देश भर के किसानों को स्टार्ट-अप प्रदर्शनी के माध्यम से एक साथ लाना था।
इस अवसर पर संस्थान में मुख्य अतिथि, श्री अजय टम्टा, माननीय सांसद, अल्मोड़ा एवं विशिष्ट अतिथि, श्री कैलाश शर्मा, पूर्व सांसद एवं वर्तमान में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष, उपस्थित थे। कार्यक्रम की शुरूआत में ही निदेशक द्वारा संस्थान की नवीनतम तकनीकों की जानकारी मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथि को दी गई। कार्यक्रम का शुभारंभ भाकृअनुप गीत से किय गया तत्पश्चात् संस्थान के निदेशक, डॉ. लक्ष्मी कान्त ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए संस्थान द्वारा पर्वतीय कृषकों हेतु चलायी जा रही नवीनतम गतिविधियों की जानकारी दी एवं एग्री स्टार्टअप कॉन्क्लेव एवं प्रधानमंत्री किसान सम्मान सम्मेलन की रूपरेखा से अवगत कराया।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री, श्री नरेन्द्र मोदी ने किसान सम्मान निधि के तहत 12वीं किस्त 8 करोड़ कृषकों के खातें में कुल 16 हजार करोड़ रु. ऑनलाइन माध्यम से स्थानांतरित की। उन्होंने किसान समृद्धि केन्द्र का भी उद्घाटन किया और बताया कि भविष्य में 3 लाख वन स्टॉप सेंटर तथा 600 किसान समृद्धि केन्द्र स्थापित किए जाएंगे। साथ ही यह भी बताया कि खाद्य व उर्वरक की अच्छी गुणवत्ता हेतु एक ब्रांड ‘‘भारत’’ नाम से चलेगा जिससे कृषक लाभान्वित होंगे।
मुख्य अतिथि, श्री अजय टम्टा ने कुमाऊँनी भाषा में सभी का अभिनन्दन करते हुए कहा कि भाकृअनुप-विवेकानन्द पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान अल्मोड़ा खेती-बाड़ी में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है, जिससे इसकी प्रसिद्धि राष्ट्रीय स्तर पर हो रही है। उन्होंने मृदा व सूर्य प्रकाश की महत्ता को बताते हुए उन्होंने वैज्ञानिक कृषि एवं तकनीकी तथा नयी विपणन पद्धति के अंगीकरण पर बल दिया।
श्री कैलाश शर्मा ने कृषकों उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि वे संस्थान को सहयोग देने हेतु सदैव तत्पर रहेंगे। साथ ही उन्होंने संस्थान के प्रत्येक कार्यकर्ता द्वारा किसानों के लिए तकनीकी प्रसार, बहुत ही सरल भाषा में, किये जाने की भूरी-भूरी प्रशंसा की।
यहां पर प्रगतिशील कृषकों ने अपने विचार रखे तथा संस्थान द्वारा दिये जा रहे सहयोग की सराहना करते हुए बताया कि वे संस्थान की तकनीकियों से वर्तमान में 82 प्रतिशत तक का लाभ अर्जित कर रहे हैं।
इस कार्यक्रम का संचालन, डॉ. आशीष कुमार सिंह तथा डा. जे.के. बिष्ट ने धन्यवाद प्रस्ताव रखा।
इस अवसर पर उत्तराखंड के विभिन्न क्षेत्रों से 340 से अधिक कृषकों ने सहभागिता की।
(स्रोतः भाकृअनुप-विवेकानन्द पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, अल्मोड़ा)
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